टीकमगढ़, 15 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । आगामी 3 दिनों के दौरान मौसम आमतौर पर शुष्क रहने तथा आसमान साफ रहने की संभावना है। अधिकतम तापमान 31 से 32 डि.से. के मध्य रहने तथा रात का न्यूनतम तापमान 19 से 20 डि.से. के मध्य रहने की संभावना है। हवा की औसत गति 4 से 6 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है। कृषि विभाग ने मंगलवार को किसानों को उपयोगी सलाह दी है।
विभाग द्वारा बताया गया कि किसान भाई मृदा में नमी को ध्यान में रखते हुए सरसों की बुआई का कार्य इस सप्ताहंत शुरू करें तथा बीजों को कवकनाशी केप्टान या थायरम/2 ग्रा. प्रति कि.ग्रा. बीज की दर से मिलाकर उपचार करें, उसके बाद राईजोबियम का टीका अवश्य लगायें। आगामी रबी फसलों जैसे- मटर, चना, अलसी, सरसों तथा मसूर आदि की बुआई हेतु बीज व खाद की व्यवस्था करें तथा खेत की तैयारी पूरी करें। आलू व लहसुन की बुआई हेतु प्रजातियों को चिन्हितकर बीज व खाद की व्यवस्था करें।
आगामी 3 दिनों के दौरान मौसम आमतौर पर शुष्क रहने तथा आसमान साफ रहने की संभावना को ध्यान में रखते हुए, किसान भाई हरी सब्जियों जैसे-अगेती मूली, मेंथी, पालक, साग हेतु सरसों, हरे पत्ते के लिए धनिया तथा शलजम के बुआई करें। गेंदे के फूल की तैयार नर्सरी की रोपाई कार्य मुख्य खेतों में करें।बैंगन में फलछेदक कीट का प्रकोप देखा जा रहा है, इससे बचाव हेतु क्वनालफास 25 ई.सी. दवा की 2.0 मिलीलीटर मात्रा एक लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें एवं सात दिनों तक सब्जी न तोड़े।
किसान भाई बकरियों को ठंड से बचायें साथ ही साथ उन्हें पी.पी.आर. रोग का टीका लगवायें। उन्होंने निदेशित किया है कि किसान भाई मुर्गीयां को इनके दाने में ऊर्जा तथा विटामिन की मात्रा बढ़ायें साथ ही साथ कैल्शियम भी मिलाकर दें। वर्तमान मौसम भैसों के प्रजनन काल के लिए उपयुक्त है, अतः किसान भाई उनके आहार में खनिज लवण एवं विटामिंस का समावेश करें।
मटर की खेती हर तरह की भूमि पर की जा सकती है, लेकिन अधिक उत्पादन पाने के लिए दोमट और बलुई भूमि का होना जरूरी है। अच्छी उपज के लिए मिट्टी का पीएच 6-7.5 हो तो अधिक सही है। खरीफ फसल की कटाई के बाद एक गहरी जुताई कर पाटा चलाकर उसके बाद दो जुताई की जाती है। कल्टीवेटर या रोटावेटर से कर खेत को समतल और भुरभुरा बनाया जाता है।
(Udaipur Kiran) / राजू विश्वकर्मा