

रामगढ़, 24 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । रामगढ़ जिले में अकूत खनिज संपदा के बारे में तो पूरा देश जानता है। लेकिन यहां की कृषि भी अब बिहार और उत्तर प्रदेश की तरह समृद्ध होती जा रही है। जहां पहले किसान पानी के अभाव में बेहतर खेती नहीं कर पा रहे थे, अब पीएम कुसुम योजना के तहत सोलर पंप लगाकर खेतों में फसल पैदा कर रहे हैं। ना तो बिजली का झंझट, ना ही डीजल से होने वाला प्रदूषण। सौर ऊर्जा से चलने वाला यह पंप उनके खेतों को सतत पटवन उपलब्ध करा रहा है। पंप से खेती कर रहे हजारों किसानों के चेहरे पर उभरी मुस्कान अधिकारियों को भी सुकून दे रही है। सोमवार को डीडीसी रोबिन टोप्पो और जिला आत्मा परियोजना निदेशक पूरी टीम के साथ जब फील्ड विजिट पर निकले, तो किसानों के खिले चेहरे उनकी दशा में हुए सुधार की कहानी बयां कर रही थी।
प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत रामगढ़ जिले में 1200 सोलर पंप लगाए जा रहे हैं। डीडीसी रोबिन टोप्पो और आत्मा परियोजना निदेशक ने सोमवार को गोला प्रखंड के मगनपुर, चोकाद और दुलमी प्रखंड के सिकनी पंचायत का निरीक्षण किया। मगनपुर पंचायत में राजदेव करमाली, डब्लू करमाली, मोहित करमाली, केदार करमाली, दशरथ कुमार, प्रेमनाथ यादव, जयनंदन मुंडा, बसंती देवी, टेकलाल महतो और शंकर महतो के खेतों में लगे सोलर पंप का निरीक्षण अधिकारियों ने किया। यहां उन्होंने देखा कि किसान न सिर्फ अपने खेतों का पटवन कर रहे हैं, बल्कि गांव के अन्य किसानों के खेतों के लिए भी वे उसे पंप का इस्तेमाल कर रहे हैं। कई एकड़ भूमि का पटवन बड़ी आसानी से एक मोटर पंप के जरिए हो रहा है।
गोला प्रखंड के चोकाद पंचायत में कौशल कुमार महतो, रामकुमार महतो, अवधेश कुमार महतो, जतरु मुंडा, नवीन कुमार महतो, जयनंदन महतो, मनोरंजन महतो के खेतों में लहलहाती फसल देख अधिकारियों के चेहरे पर भी मुस्कान आ गई। यह योजना किसानों की दशा बदलता हुआ दिखाई दे रहा था। अगर बाजार में फसलों का सही मूल्य नहीं मिलता है, तो किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। लेकिन अगर कृषि में लागत कम हो जाए तो किसानों का मुनाफा भी बढ़ जाएगा।
दुलमी प्रखंड के सिकनी पंचायत में भी किसानों के चेहरे की खुशी बता रही थी कि सोलर पंप उन्हें भी काफी फायदा पहुंचा रहा है। अधिकारियों को इस पंचायत में 14 लाभुकों के नाम ही पता थे। जिसमें उन्होंने संझौती देवी और गौरी शंकर महतो के खेतों में लगे सोलर पंप का निरीक्षण किया।
प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत, किसानों को सोलर पंप लगवाने के लिए केंद्र सरकार की तरफ़ से वित्तीय सहायता दी जाती है। इस योजना में किसानों को टोकन मनी के साथ कुछ रकम देनी होती है। इस योजना के तहत, किसानों को मिलने वाले सोलर पंप की कीमत और अनुदान की रकम पहले से ही तय है। तीन एचपी एसी समर्सिबल पंप की कीमत 2,30,445 रुपये है और अनुदान 1,38,267 रुपये मिलेगा, पांच एचपी एसी समर्सिबल पंप की कीमत 3,27,498 रुपये है और अनुदान 1,96,499 रुपये मिलेगा, 7.5 एचपी एसी समर्सिबल पंप की कीमत 4,44,094 रुपये है और अनुदान 2,66,456 रुपये मिलेगा। 10 एचपी एसी समर्सिबल पंप की कीमत 5,57,620 रुपये है और अनुदान 2,66,456 रुपये मिलेगा।
डीडीसी रोबिन टोप्पो ने निरीक्षण के बाद बताया कि रामगढ़ जिले में 400 सोलर पंप लगाने का टारगेट रखा गया था। लेकिन किसानों की ओर से किए गए आवेदन के आधार पर डीसी चंदन कुमार के निर्देश पर 1200 पंप लगाए गए हैं। आवेदक ऑनलाइन अप्लाई करते हैं और कृषि विभाग इसे अप्रूव करता है। इसके बाद पंप लगाने वाली कंपनी सीधे लाभुकों द्वारा चिन्हित किए गए स्थान पर पहुंचती है और पंप लगाकर चली जाती है। रामगढ़ जिले में इस योजना को और बेहतर तरीके से करने के लिए ही निरीक्षण शुरू किया गया है।
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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश
