
सिरसा, 16 मई (Udaipur Kiran) । भारतीय किसान एकता के प्रधान लखविंद्र सिंह ने कहा कि बैंक, कृषि विभाग व बीमा कंपनी की नाकामी से जिला के कई किसान बीमा क्लेम से वंचित रह गए हैं। किसान नेता लखविंद्र सिंह शुक्रवार को सिरसा में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ -2023 का फसल बीमा करवाया था, जो इनके केसीसी खातों से बैंकों द्वारा बीमा प्रीमियम 31 जुलाई 2023 को काट लिया गया था। उसके बाद रबी सीजन का बीमा प्रीमियम 31 दिसंबर 2023 को और खरीफ -2024 का बीमा प्रीमियम 31 जुलाई 2024 को बैंकों द्वारा उनके खातों से काटा गया था, जोकि 1 साल के बाद बीमा प्रीमियम वापस कर दिया जाता है। किसान नेता ने कहा कि खरीफ 2023 में गुलाबी सुंडी की मार से नरमे की फसल बर्बाद हो गई थी। सिरसा जिला में कई सरकारी व प्राइवेट बैंकों द्वारा लगभग 14 हजार किसानों का खरीफ -2023 का बीमा प्रीमियम वापस किया गया था, जिसकी वजह से किसानों को बीमा क्लेम नहीं मिला।
बैंकों, कृषि अधिकारियों व बीमा कंपनी की नाकामी के चलते इन किसानों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है। अभी तक इनका बीमा क्लेम नहीं मिला है। कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सिरसा आए थे, उन्हें भी मांग पत्र देकर सभी किसानों को बीमा क्लेम देने की अपील की थी। सीएम ने आश्वासन दिया था कि इस पर जल्द ही कमेटी बैठाकर किसानों को बीमा क्लेम जारी किया जाएगा। किसानाें की सरकार से अपील हैं कि खरीफ-2023 में वापस किए गए बीमा प्रीमियम को किसानों से दोबारा लेकर उन्हें बीमा क्लेम जारी किया जाए।
किसानों से ब्याज लेने का फैसला निंदनीय: प्रहलाद सिंह
सिरसा। राष्ट्रीय किसान मंच के अध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने सरकार के इशारे पर पैक्स सोसायटी द्वारा किसानों से जबरन भरवाए जा रहे ब्याज राशि की कड़े शब्दों में निंदा की है और इसे किसान विरोधी निर्णय बताया है। किसान नेता ने कहा कि पहले की सरकार में पैक्स द्वारा किसानों का ब्याज समाप्त कर दिया गया था, लेकिन मौजूदा भाजपा सरकार ने पिछले साल भी किसानों से जबरन ब्याज राशि भरवाई और इस बार भी किसानों को ब्याज राशि भरने के लिए नोटिस दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब ब्याज राशि समाप्त ही कर दी तो फिर किसानों से क्यों जबरन भरवाई जा रही है। एक तरफ तो किसान हितैषी होने का ढोंग रच रही है।
(Udaipur Kiran) / Dinesh Chand Sharma
