Uttar Pradesh

मसाले व उद्यानकीकरण से अपनी आय को दोगुना कर सकते हैं किसान: कुलपति

मसाले व उद्यानकीकरण से किसान अपनी आय को दोगुना कर सकते है

कानपुर,27फरवरी (Udaipur Kiran) । चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के प्रसार निदेशालय में गुरूवार को कृषि वैज्ञानिकों का दो दिवसीय दक्षता प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। यह कार्यक्रम कृषि में आने वाली समस्याओं के निराकरण के लिए था। कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आनंद कुमार सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया।

डॉ सिंह ने कृषि वैज्ञानिकों से कहा कि कृषकों को कृषि विविधिकरण के लिए अवश्य प्रेरित करें। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कुलपति डॉ आनन्द कुमार सिंह ने वैज्ञानिकों से कहा कि कृषकों को नई तकनीक दें साथ ही सभी कृषि वैज्ञानिक शोध संस्थानों से समन्वय बनाकर कृषकों को कृषि विविधिकरण के लिए प्रेरित करें। मसाले व उद्यानकीकरण से किसान अपनी आय को दोगुना कर सकते हैं।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि आईसीएआर अटारी कानपुर के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. अजय कुमार सिंह ने बताया कि कृषि वैज्ञानिक अपने जनपदों की आवश्यकता, परिस्थितियां तथा संसाधनों के आधार पर कृषि तकनीक को खेती में प्रयोग करें।

आईसीएआर अटारी की वैज्ञानिक डॉ. सीमा यादव ने बताया कि कृषि वैज्ञानिक किसानों को संतुलित इनपुट प्रयोग करने के लिए प्रेरित करें, जिससे कि टिकाऊ खेती हो सकें। उन्होंने पशुधन की नई नस्ल व फसल प्रणाली में बदलाव को जरूरी बताया।

निदेशक प्रसार डॉ. आरके यादव ने सभी अतिथियों को अंग वस्त्र व पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि कृषि वैज्ञानिक शोध संस्थानों व किसानों के मध्य ब्रिज की तरीके से कार्य कर रहे हैं।

इस मौके पर कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. वीके कन्नौजिया ने किया। कार्यक्रम में कृषि तकनीकियों के बारे में वैज्ञानिकों को बताया। उन्होंने कहा कि समय के हिसाब से किसानों को भी बदलना चाहिए तभी उनकी आय बढ़ेगी। फसल भी अच्छी होगी।

इस अवसर पर डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव, डॉ. एसएल वर्मा सहित सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों के वैज्ञानिक उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / मो0 महमूद

Most Popular

To Top