मंडी, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । मंडी ज़िाला में विभिन्न विभागों व संस्थाओं द्वारा गठित किए गए किसान उत्पादक संघों, एपीओ और ओएफपीओ ने मंडी में एक ज़िाला स्तरीय फेडेरेशन का गठन किया। जिसकी 21 सदस्यीय कमेटी और सात सदस्यों का कार्य समूह गठित किया गया। जिसका संयोजक जोगिंदर वालिया को बनाया गया । जबकि धर्मपुर से सत्तपाल चौहान, सरोआ से धनी राम, बगस्याड से भामा देवी, सदर से नरेश कुमार और करसोग से करतार सिंह को सदस्य बनाया गया।
गौरतलब है कि मंडी ज़िाला में वर्तमान में 18 एफपीओ और एफपीओ नाबार्ड, एनसीडीसी और कृषि विज्ञान केंद्र सुंदरनगर ने गठित किए हैं। जिनमें से बहुत से एफपीओ उत्पादन कार्य कर रहे हैं और उनकी बिक्री भी कर रहे हैं । लेकिन अब इन सब उत्पादों की बिक्री इस फेडेरेशन के माध्य्म से योजनाबद्ध तरीके से की जाएगी। आज यह भी फैसला लिया गया कि इस फेडेरेशन का अपना अलग से नाम, लोगो, चिन्ह और ब्रांड भी तैयार किया जाएगा। जिस ब्रांड नाम से इन उत्पादों की मॉर्केटिंग स्थानीय स्तर से लेकर ऑनलाइन माध्यम से अंतरराष्ट्रीय बाजार तक की जाएगी।
वर्तमान में धर्मपुर का एफपीओ हल्दी पाउडर, मोटे अनाज का मिश्रित आटा, चाय, लड्डू और अन्य मिठाईयां स्थानीय मौसमी फलों का आचार और मशरूम के उत्पाद बना रहा है और बिक्री भी कर रहा है। इसके अलावा बगस्याड गोहर का ग्रुप देशी गाय के दूध से पनीर व घी तथा अन्य उत्पाद बना रहा है।
इसी प्रकार चुराग-करसोग का एफपीओ खाद्य सामग्री, दस्तकारी व स्थानीय परिधान तैयार कर रहा है। वहीं सरोआ गोहर का ओएफपीओ हैंडलूम से बनने वाले सभी प्रकार के उत्पाद बना रहा है। वहीं फ ार्मरज-नगवाई की संस्था फलों का जूस जैम,आचार, चटनी इत्यादि तैयार कर रहा है। इसके अलावा अनेकों महिला स्वयं सहायता समूह भी ऐसी ही सामग्री बना रहे हैं जिनको भी बिना लाइसेंस और ब्रांड के अपनी सामग्री बेचने में दिक्कतें आ रही हैं। इसलिए उन्हें भी ये फेडेरेशन सभी प्रकार की सहायता प्रदान करेगी। इस कर्यशाला में पालमपुर की बैक टु बेसिक कंपनी के राहुल सक्सेना ने मॉर्केटिंग की समस्याओं और उनके उपायों के बारे में बताया।
उन्होंने कहा की एफपीओ को उत्पादों की गुणवत्ता के आधार पर बिक्री करने के लिए व्यवसायिक व्यक्ति व संस्थाओं से समन्वय स्थापित करना चाहिए। मार्गदर्शक कंपनी के डॉ. हरदयाल सिंह गुलेरिया ने कहा कि किसी भी प्रकार का खड्य पदार्थ बिना लाईसेंस के बाज़ाार में बिक्री नहीं हो सकते हैं। इसलिए सभी एफपीओ को ये लाइसेंस बनाने में ये फेडेरेशन मदद करेगी।
उन्होंने क्वालिटी कंट्रोल के बारे में भी सभी को जानकारी देने और उन्हें लागू करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान फार्मरज एफपीओ के जोगिंदर वालिया ,मंडी साक्षरता एवं जन विकास समिति के सचिव भीम सिंह, कोषाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, समन्वयक रीना ने भी फेडेरेशन के महत्व के बारे जानकारी प्रदान की। इसके अलावा धर्मपुर किसान उत्पादक सहकारी सभा के अध्यक्ष सत्तपाल सिंह चौहान ने उनके एफपीओ की सफलता बारे प्रेजेंशन दी।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा शुक्ला