धर्मशाला, 07 जून (Udaipur Kiran) । कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने शनिवार को ज्वाली विधानसभा क्षेत्र में आयोजित महिला सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कहा कि सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि उन्होंने क्षेत्र के सभी 36 महिला मंडलों को उनके कार्यों के लिए 20-20 हजार रुपये की सहायता देने का वादा किया था, जिसमें से 10-10 हजार रुपये की पहली किस्त जारी कर दी गई है और दूसरी किस्त भी जल्द ही दी जाएगी।
प्रो. चंद्र कुमार ने कहा कि हमारे पहाड़ी क्षेत्रों में महिलाएं खेती की रीढ़ हैं और उनके योगदान के बिना कृषि की कल्पना भी नहीं की जा सकती। प्रदेश सरकार खेती को लाभकारी बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने हल्दी की खेती को लाभदायक बताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक रूप से उगाई गई कच्ची हल्दी पर 90 रुपये प्रति किलोग्राम की एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) निर्धारित की है।
उन्होंने बताया कि हल्दी के औषधीय गुण अनेक बीमारियों से बचाव में सहायक हैं। हल्दी का उपयोग दवा,खाद्य और कॉस्मेटिक उद्योगों में किया जाता है इसीलिए इसकी मांग देश-विदेश में लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि हल्दी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे जंगली या आवारा जानवर नुकसान नहीं पहुंचाते, जिससे किसानों को फसल की सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त चिंता नहीं करनी पड़ती। उन्होंने महिला मंडलों से आग्रह किया कि वे समूह बनाकर हल्दी की जैविक खेती को अपनाएं और अपनी आर्थिकी को मजबूत करें।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
