फरीदाबाद, 8 नवंबर (Udaipur Kiran) । क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 के कुछ पुलिसकर्मियों पर एक युवक के साथ निर्वस्त्र करके मारपीट करने के गंभीर आरोप लगे हैं। इस बारे में शुक्रवार को जानकारी देते हुए पीडि़त विकास ने बताया कि वह फरीदाबाद के सेक्टर 62 आशियाना फ्लैट में रहता है, अभी वह 18 साल का हुआ है और तभी से वह नौकरी करता है। विकास के मुताबिक बीते कुछ दिन पहले एक 10 वर्ष की नाबालिग हिंदू बच्ची के साथ विशेष समुदाय के कुछ युवकों ने छेड़छाड़ की थी।
इसके बाद जब हिंदू परिवार ने विरोध किया, तो विशेष समुदाय के लोगों ने उनके साथ मारपीट की थी। वह 10 साल की मासूम बच्ची के परिवार के साथ घटना के बाद से खड़े थे। विकास के मुताबिक जिस विशेष समुदाय पर छेड़छाड़ और मारपीट करने के गंभीर आरोप थे, उनमें से एक फकरू नाम केए स्क्रैप कारोबारी ने पुलिस से मिलीभगत कर उसे उठा लिया। उसकी गलती बस इतनी थी कि वह कुछ समय पहले अपने गांव माधोपुर जिला सिवान बिहार गया था। जहां पर उसने अपने एक साथी के साथ अवैध हथियार के साथ फोटो खिंचवा कर इंस्टाग्राम पर अपलोड की थी, इसी को मोहरा बनाते हुए कल देर शाम क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 की टीम उसके घर आ पहुंची और उसे उठाकर ले गई। अवैध हथियार की पूछताछ के लिए उन्होंने उसके साथ थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया। उसे लगभग चार-पांच घंटे निर्वस्त्र कर पानी में सिर डूबा कर पीटते रहे, जब उसकी हालत बिगड़ी तब उन्होंने उसके माता-पिता को बुलाकर उनके हवाले कर दिया।
विकास के मुताबिक उसे ले जाकर मारपीट करने वाले लगभग तीन चार पुलिसकर्मी थे, जिन्होंने उसे डंडों से बुरी तरह पीटा, उनके हाथ में हंटर भी था और हंटर से भी उसकी पिटाई की। उसका फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है और अपना मेडिकल करना चाहता है, लेकिन डॉक्टर ने उसे पुलिस द्वारा डीडी नंबर लाने की बात कह कर मेडिकल करने से मना कर दिया है। हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता अनुज ने कहा कि इस तरह से बिना कोई एफआईआर दर्ज किए बिना कोर्ट की परमिशन के क्राइम ब्रांच द्वारा विकास को उठाकर ले जाना और इस तरह से थर्ड डिग्री इस्तेमाल करना गैरकानूनी है। ऐसे दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाए।
(Udaipur Kiran) / -मनोज तोमर