फरीदाबाद, 21 मई (Udaipur Kiran) । हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा हाल ही में घोषित 10वीं और 12वीं कक्षा के परिणामों के बाद शिक्षा विभाग ने खराब प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों के खिलाफ सख्त रुख अपना लिया है। बल्लभगढ़ खंड शिक्षा अधिकारी महेंद्र कुमार सिंह ने 12वीं कक्षा में 70 प्रतिशत से कम परिणाम देने वाले छह विद्यालय प्रमुखों को तलब कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा है। हरियाणा बोर्ड 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 13 मई को जारी किया था। इस परीक्षा में फरीदाबाद जिले से कुल 11 हजार 825 विद्यार्थी शामिल हुए थे, जिनमें से 9 हजार 632 छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण हुए, 1 हजार 570 विद्यार्थियों की कंपार्टमेंट आई जबकि 623 छात्र परीक्षा में असफल रहे। इस बार परिणाम में पिछले वर्ष की तुलना में 5.13 प्रतिशत की सुधार देखने को मिला, इसके बावजूद फरीदाबाद प्रदेश में 20वें स्थान पर ही बना रहा। परिणामों में अपेक्षित सुधार न होने पर शिक्षा विभाग ने विद्यालयों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। अध्यापकों के पढ़ाने के तरीकों और विद्यालयों की शैक्षणिक गुणवत्ता पर गंभीर चर्चा हो रही है। जिला स्तर पर भी सख्ती बरती जा रही है। खंड शिक्षा अधिकारियों को अपने क्षेत्र के परिणामों का विश्लेषण कर विद्यालय प्रमुखों से जवाब-तलब करने का निर्देश मिला है। बल्लभगढ़ खंड में कुल 39 सरकारी विद्यालयों के 2 हजार 807 विद्यार्थियों ने 12वीं बोर्ड परीक्षा में भाग लिया था। इनमें से 2 हजार 798 छात्रों ने परीक्षा दी और कुल 2 हजार 262 विद्यार्थी सफल हुए। 164 छात्र परीक्षा में असफल रहे, जबकि 402 विद्यार्थियों की कंपार्टमेंट आई। इस प्रकार खंड का कुल परिणाम 80.84 प्रतिशत रहा। खंड शिक्षा अधिकारी महेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जिन विद्यालयों का परीक्षा परिणाम 70त्न से कम रहा है, उनके प्रमुखों को बुधवार यानी आज खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में उपस्थित होकर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है। यदि उनके उत्तर संतोषजनक नहीं पाए जाते हैं, तो उनके विरुद्ध कार्रवाई के लिए मामला निदेशालय को भेजा जाएगा। शिक्षा विभाग का उद्देश्य न केवल परीक्षा परिणामों को बेहतर बनाना है, बल्कि शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को जिम्मेदारी का एहसास कराना भी है। विभाग का मानना है कि शैक्षणिक गुणवत्ता में गिरावट रोकने के लिए जवाबदेही तय करना आवश्यक है।
(Udaipur Kiran) / -मनोज तोमर
