-पण्डित कुमार गंधर्व का स्थान संगीत की दुनिया में इतना ऊंचा है कि उसे छू पाना कठिनः मंत्री लोधी
देवास/भोपाल, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग द्वारा प्रसिद्ध गायिका विदुषी सुधा रघुरामन (नई दिल्ली) को वर्ष 2022 गायन के लिए राष्ट्रीय कुमार गंधर्व सम्मान से सम्मानित किया गया है। शनिवार देर शाम देवास के मल्हार स्मृति मंदिर में आयोजित पण्डित कुमार गंधर्व समारोह में प्रदेश के संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र सिंह लोधी उन्हें इस राष्ट्रीय सम्मान से विभूषित किया।
संस्कृति विभाग के उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी भोपाल द्वारा जिला प्रशासन एवं नगर पालिक निगम देवास के सहयोग से पण्डित कुमार गंधर्व की स्मृति में मल्हार स्मृति मंदिर देवास में आयोजित इस दो दिवसीय समारोह का शाम 07ः00 बजे संस्कृति राज्य मंत्री लोधी ने बतौर मुख्य अतिथि दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पण्डित कुमार गंधर्व का स्थान संगीत की दुनिया में इतना ऊॅचा है कि उसे छू पाना बडा कठिन हैं। पण्डित कुमार गंधर्व युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
संस्कृति मंत्री लोधी ने कहा कि संगीत हमारी परम्परा है, जो भारतीय संस्कृति में दिखाई देता है। संगीत से मन और मस्तिष्क स्वस्थ रहता है। धार्मिक उपासना में संगीत का बडा महत्व है। संगीत आत्मा को मनुष्य से जोडने का कार्य करता है। संगीत सामाजिक, धार्मिक और आध्यत्म से जुडा हुआ है, नागरिकों को अपने जीवन में संगीत से जुडे रहना चाहिए।
समारोह में जिला पंचायत अध्यक्ष लीला अटारिया, भैरूलाल अटारिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि, कलेक्टर ऋषव गुप्ता, अपर कलेक्टर प्रवीण फुलपगारे, एसडीएम बिहारी सिंह, उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी के निदेशक जयंत माधव भिसे, संस्कृति विभाग के सहायक संचालक अमित कुमार यादव, पीओ डूडा रवि भट्ट सहित अन्य अधिकारी, पण्डित कुमार गन्धर्व की पुत्री कलापनी कोमकली, पत्रकारगण एवं श्रोतागण उपस्थिति थे।
समारोह की संगीत सभा की शुरुआत राष्ट्रीय कुमार गंधर्व सम्मान से अलंकृत विदुषी सुधा रघुरामन (नई दिल्ली) के गायन से हुई। इसके पश्चात तेजस एवं मिताली विंचूरकर (मुम्बई) द्वारा बाँसुरी एवं तबला की जुगलबंदी की प्रस्तुति दी गई। संगीत सभा में सहयोगी कलाकार के रूप में तबले पर पवन सेम, हितेन्द्र दीक्षित, मनोज पाटीदार, यशवन्त वैष्णव, मृदंगम पर एमवी चंदर शेकर, बाँसुरी पर जी. रघुरामन तथा हारमोनियम पर दीपक खसरावल एवं उपकार गोड़बोले संगत की। कार्यक्रम का संचालन सुगंधा बहरे ने किया। इस अवसर पर अकादमी के निदेशक जयंत माधव भिसे ने सभागार में उपस्थित सभी गणमान्य नागरिक, कलाकरों, पत्रकारों एवं श्रोताओं का आभार व्यक्त किया।
समारोह में रविवार, 25 अगस्त को सभा की शुरुआत पुणे के शान्तनु गोखले के संतूर वादन से होगी। दूसरी प्रस्तुति शुभदा पराड़कर (मुम्बई) के गायन की तथा सभा का समापन नीलाद्रि कुमार (मुम्बई) के सितार वादन से होगा।
(Udaipur Kiran) तोमर / डॉ. मयंक चतुर्वेदी तोमर / आकाश कुमार राय