क्या बॉलीवुड कलाकारों की चमचमाती दुनिया वाकई सुख और शांति का स्रोत है? ये सवाल आम लोग हमेशा पूछते हैं। बॉलीवुड में ऐसे कई एक्टर, सिंगर, रैपर्स हैं जिनकी जिंदगी शोहरत पाने के बाद बर्बाद हो गई। हाल ही में एक पॉपुलर रैपर ने अपनी निजी जिंदगी को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि कैसे ड्रग्स ने उनकी जिंदगी बर्बाद कर दी। उसकी मानसिक स्थिति खराब हो गई थी।
बॉलीवुड के मशहूर सिंगर हनी सिंह हमेशा चर्चा में रहते हैं। जल्द ही उनका एल्बम ‘ग्लोरी’ आने वाला है। वह इन दिनों इस एल्बम का प्रमोशन करते नजर आ रहे हैं। हनी सिंह ने कहा है कि यह एल्बम उनकी विवादास्पद जिंदगी के बारे में है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि कैसे ड्रग्स ने उनकी जिंदगी बर्बाद कर दी। उसकी मानसिक स्थिति खराब हो गई थी। इस बात को समझते हुए हनी ने बाकी सब कुछ छोड़ दिया और केवल स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी। उन्हें ठीक होने में 7 साल लग गए लेकिन इसी बीच उनका अपनी पत्नी शालिनी से भी अलगाव हो गया। हनी सिंह ने कहा, ‘मुझे पैसे, ड्रग्स और महिलाओं की लत लग गई थी।’
हनी सिंह की जिंदगी काफी विवादित रही है। अब उन्होंने वापसी कर ली है। अपने एल्बम का प्रमोशन कर रहे हनी सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘शादी के 9 से 10 महीने अच्छे बीते। उसके बाद हमारे रिश्ते अच्छे नहीं थे। चूँकि मैं बहुत यात्रा कर रहा था, इसलिए हमारे बीच दूरी थी। पहले तो चीजें अच्छी थीं। फिर सफलता और प्रसिद्धि मेरे सिर चढ़ गई। मैं पैसे, शोहरत, ड्रग्स और महिलाओं का आदी था। मैंने खतरनाक चीजें कीं। मैं पत्नी शालिनी के बारे में लगभग भूल ही गया था।’
नशे की शुरुआत बड़े लोगों की वजह से हुई
इस इंटरव्यू में हनी सिंह से पूछा गया कि उन्हें ड्रग्स से किसने परिचित कराया? इस पर हनी ने जवाब दिया, ‘कुछ नाम हैं, बहुत प्रभावशाली नाम। उन्होंने मुझे बहुत परेशान किया। मैं इन चीजों का इतना आदी हो गया था कि मैं एक अलग ब्रह्मांड में था। कई बार तो मुझे पता ही नहीं चलता था कि मेरे आसपास क्या हो रहा है।’
7 साल बाद नशे की लत से छुटकारा मिल गया
आपने अपनी लत पर कैसे काबू पाया? ये सवाल आगे हनी सिंह से पूछा गया। उन्होंने कहा, ‘मैंने इस बात पर जोर दिया कि इन सभी व्यसनों से छुटकारा पाने के लिए मुझे पुनर्जन्म लेने की जरूरत नहीं है। मैंने शराब, चरस और अन्य पदार्थ छोड़ दिये। मैंने अपने परिवार को अपने मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इसका तुरंत इलाज करना जरूरी है। मैंने अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी और ठीक होने तक काम करने से इनकार कर दिया। इसे ठीक होने में 7 साल लग गए।’
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(Udaipur Kiran) / लोकेश चंद्र दुबे