बीकानेर, 21 दिसंबर (Udaipur Kiran) । हिंदी सिनेमा, भोजपुरी राजस्थानी गीतों में अपनी पहचान बनाने वाले भजन व ग़ज़ल गायक रफीक सागर का शनिवार काे इंतकाल हो गया। उनकी अंतिम यात्रा में बीकानेर संगीत जगत से जुड़े भारी संख्या में लोग शामिल हुए। सागर काे बीकानेर के बड़े कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किया गया। उनके जनाजे में पूर्व मेयर मकसूद अहमद ने शोक प्रकट करते हुए कहा कि
हिंदुस्तान के पार्श्व गायक गजल एवं भजन गायक रफीक सागर के निधन से बीकानेर की ही नहीं बल्कि हिंदुस्तान को संगीत के क्षेत्र में बहुत बड़ी क्षती हुई है। गायक एम रफीक कादरी ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि सपने में सखी देखो नंद गोपाल जैसे प्रसिद्ध भजन आज भी लोग सुनते हैं। उनका जाना संगीत क्षेत्र में दुखदाई है।
सागर ने गजल एवं भजन के रूप में पूरे हिंदुस्तान में धूम मचाई थी।
वे सांप्रदायिक सोहार्द की एक मिसाल थे और उनके द्वारा गाए गए लाेकदेवता बाबा रामदेव के भजन पूरी दुनिया में जहां जहां हिंदुस्तान के लोग निवास कर रहे हैं वहां आज भी बडी लगन से सुनते हैं।
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(Udaipur Kiran) / राजीव