Uttrakhand

नकली नोट छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़, दो सगे भाई व मास्टर माइंड समेत छह गिरफ्तार

पुलिस गिरफ्त में आरोपित

– दाे लाख 25 हजार 500 रुपये नकली नोट बरामद, दुष्कर्म के मामले में भी जेल जा चुका है गिराेह का मास्टर माइंड

हरिद्वार, 19 सितंबर (Udaipur Kiran) । रानीपुर कोतवाली पुलिस ने लाखों के नकली नोटों व नोट छापने के उपकरणों के साथ छह आरोपितों को गिरफ्तार किया है। नकली नोट छापने का मास्टर माइंड पूर्व में दुष्कर्म के मामले में जेल जा चुका है।

रानीपुर पुलिस ने चेकिंग के दौरान सुमन नगर पुलिया पर दो बाइक पर सवार चार संदिग्धों को रोककर उनके कब्जे से लाखों रुपये के नकली नोट बरामद किए है। मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों के पास से 500 के 44 नोट कुल 22 हजार रुपये बरामद किए गए हैं। पूछताछ में आरोपितों ने अपने अन्य साथियों के साथ सुद्धोवाला प्रेमनगर देहरादून में किराए के कमरे में लैपटॉप व प्रिंटर की मदद से नकली नोट बनाने का काम करना बताया।

पूछताछ के बाद पुलिस ने प्रकाश में आए आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमें गठित कर सुद्धोवाला प्रेमनगर से आरोपित मोहित निवासी सरसावा जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश के कब्जे से 500 के 200 नकली नोट व उसके किराए के कमरे से एक लैपटॉप, प्रिंटर, दाे ब्लेड कटर, दाे टेप, नोट छापने का सामान तथा दूसरी पुलिस टीम ने दून एनक्लेव पटेल नगर देहरादून से विशाल (23) निवासी गांधी कालोनी देवबंद जिला सहारनपुर को 500 के 207 नकली नोट, एक लैपटॉप, एक प्रिंटर व नकली नोट बनाने के सामान के साथ गिरफ्तार कर लिया।

एसएसपी ने बताया कि आरोपित सुनियोजित तरीके से लेपटॉप में स्कैन कर रखे हुए 500 रुपये के असली नोट से जाली नोट तैयार करते थे। इन नकली नोटों को अपने साथियों के माध्यम से देहरादून व हरिद्वार के बाजारों में चलाते थे। ये लोग ज्यादातर भीड़-भाड़ वाले दुकानों या बुजुर्ग दुकानदारों के पास छोटी-मोटी खरीदारी करने के लिए जाली नोटों को चलाते थे।

मास्टर माइंड मोहित व निखिल कुमार पूर्व में भी नकली नोट छापने तथा बाजार में चलाने के मामले में हिमाचल प्रदेश के थाना नाहन से जेल जा चुके हैं। मोहित दुष्कर्म के मामले में भी थाना विकासनगर जनपद देहरादून से जेल जा चुका है। आरोपित सौरभ (21) निवासी गांधी कालोनी थाना देवबंद जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश पूर्व में थाना पटेलनगर देहरादून से बैग छीनने के मामले में जेल जा चुका है।

वहीं आरोपित विशाल व नीरज सगे भाई हैं, जो सौरभ के दोस्त हैं और एक ही गांव के हैं। दोनों भाई चंद्रबनी देहरादून में किराए का कमरा लेकर प्रिंटर व लैपटॉप के माध्यम से जाली नोट बनाने का काम करते थे। सौरभ पिछले 15-20 दिन नीरज व विशाल के साथ उनके किराए के कमरे पर था, जहां विशाल के माध्यम से मोहित से दोस्ती हुई। एसएसपी ने बताया कि मोहित भी सुद्धोवाला देहरादून में किराए के कमरे में रहकर प्रिंटर व लैपटॉप से 500 के नकली नोट छापता है। लालच में आकर आरोपित सौरभ भी इनके साथ जुड़ गया।

एसएसपी ने बताया कि निखिल कुमार (24) निवासी ग्राम शाहजहांपुर थाना सरसावा जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश 12वीं तक पढ़ा है, जो पूर्व में हरिद्वार में ही रहता था व एकम्स कंपनी में सिक्योरिटी का जॉब करता था। आरोपित 2021 में नाहन हिमाचल प्रदेश से नकली नोटों के केस में जेल जा चुका है।

आरोपित अनंतबीर (43) निवासी लोकराड़ थाना बाबूगढ़ छावनी जिला हापुड़ उत्तर प्रदेश, जो वर्ष 2001 में बंगाल इंजीनियर सेंटर में भर्ती हुआ था तथा 2004 में एक्सीडेंट होने के कारण आर्मी की नौकरी छोड़ दी। वर्ष 2022 में जीआरपी नजीवाबाद जिला बिजनौर से लूट के मामले में जेल गया था। इसी बीच अपने किसी दोस्त के माध्यम से मोहित से मुलाकात होने पर इस धंधे में आया। पुलिस ने आरोपितों के पास से कुल दाे लाख 25 हजार 500 रुपये बरामद किए हैं और आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उनका चालान कर दिया है।

(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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