फतेहपुर, 05 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जिले में खागा कोतवाली क्षेत्र में शुक्रवार की देर रात पटाखा बनाते समय बारूद में चिंगारी से फैक्ट्री मालिक व उसका नाबालिक पुत्र आग की चपेट में आकर झुलस गए। उपचार के दौरान शनिवार की दोपहर दोनों की मौत हो गई। हालांकि पुलिस को बगैर सूचना दिए ही पुत्र का अंतिम संस्कार कर दिया गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आतिशबाज संचालक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले में अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है।
खागा कोतवाली क्षेत्र के मुसवापर मोहल्ला निवासी चांदबाबू पटाखा बनाने का काम करता था। उसके पास आतिशबाजी का लाइसेंस था। असोथर थाना क्षेत्र के सातों धरमपुर गांव में उसका पटाखा बनाने का कारखाना था। यहां पर आतिशबाज अपने परिवार के सदस्यों के साथ पटाखा बनाने का काम करता था। शुक्रवार की रात चांदबाबू (50) और उसका पुत्र आसियान (15) कारखाने से पटाखा बनाते समय शरीर में बारूद लग गया था। इस दौरान दोनों रस्सी को लेकर गांव के बाहर खेतों में औजार से काट रहे थे। तभी बाप बेटे के शरीर पर लगी बारूद के चलते औजार से निकली चिंगारी से आग पकड़ लिया। इस हादसे में पिता-पुत्र बुरी तरह झुलस गए। जिन्हें आनन-फानन परिजन शहर के निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां इलाज के दौरान शनिवार सुबह बेटे आसियान की मौत हो गई। पुलिस को बगैर सूचना दिए ही परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई। इस दौरान पता चला कि शनिवार दोपहर आतिशबाज चांदबाबू की भी निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने चांदबाबू के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल ने बताया कि लाइसेंस धारक आतिशबाज चांदबाबू व उसके पुत्र की आग लगने से मौत हो गई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है। सम्बन्धित थाना पुलिस को मामले में आगे की विधिक कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
(Udaipur Kiran) / देवेन्द्र कुमार