Maharashtra

बाढ़ की स्थिति से पूर्व ठाणे जिले में व्यापक उपाय

मुंबई ,29 मई ( हि. स.) । ठाणे जिला परिषद ने आशंका व्यक्त करते हुए बताया है कि जून से सितंबर तक राज्य और जिलों में बाढ़ की स्थिति की संभावना है और इस वर्ष मानसून के समय से पहले आने के कारण पहली बारिश में अस्थायी बाढ़ की स्थिति देखी गई है। इस पृष्ठभूमि में आज जिला कलेक्टर अशोक शिंगारे और जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोहन घुगे ने जिला प्रशासन को सतर्क रहने का आदेश दिया है और व्यापक उपाय लागू किए जा रहे हैं।

जिला परिषद ठाणे के वागले सर्किल रोड क्रमांक 22 स्थित जिला कलेक्टर कार्यालय में रोग नियंत्रण प्रकोष्ठ से नियमित संपर्क में रहने के निर्देशबड़ी आबादी वाले गांवों में 2 महिला और 2 पुरुष कर्मचारी,छोटे गांव में एक महिला और एक पुरुष कर्मचारी 24 घंटे सेवा देंगे।सभी दलों के पास दवाईयों का स्टॉक तथा तत्काल परीक्षण के उपकरण होंगे।

पर्याप्त दवाइयों का स्टॉक और शुद्धिकरण सामग्रीग्राम पंचायत में टीसीएल पाउडर, मेडीक्लोर आदि जल शुद्धिकरण सामग्री उपलब्ध रखने के निर्देश। महामारी रोगों के प्रकोप को रोकने के लिए सभी आवश्यक दवाओं का स्टॉक उपलब्ध रखने के निर्देश दिए गए हैं।आशा और स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर बुखार, दस्त, सर्दी और पेचिश का सर्वेक्षण करेंगे और पाए गए रोगियों पर तत्काल उपचार और निवारक उपाय लागू करेंगे। गंभीर रोगियों को रेफर किए गए संस्थान में भेजने की व्यवस्था की जाएगी। निर्देशित किया गया है कि क्षेत्रों में बुखार के रोगियों से रक्त के नमूने एकत्र करके उनकी जांच करें। चिकनगुनिया/डेंगू के संदिग्ध क्षेत्रों में रक्त के नमूने प्रयोगशाला में भेजे जाएंगे। घरों में 20% जल भंडारण की जांच कर लार्वा की मात्रा निर्धारित की जाएगी। मच्छरों के प्रजनन स्थलों पर कृमिनाशक दवाओं का छिड़काव किया जाएगा। . विस्थापित व्यक्तियों के लिए स्वास्थ्य सेवा स्कूलों/मंदिरों ,मंगल कार्यालयों में पानी के कारण घर छोड़ने वाले नागरिकों को चिकित्सा दल उपलब्ध कराए जाएंगे। . स्वास्थ्य शिक्षा एवं जन जागरूकता माइकिंग, पोस्टर एवं अन्य मीडिया के माध्यम से स्वच्छता एवं परहेज की जानकारी का प्रचार-प्रसार जल गुणवत्ता नियंत्रण जल संरक्षकों द्वारा जल शुद्धिकरण की प्रक्रिया। जल के नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे जाएंगे। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं सहायकों द्वारा प्रतिदिन निगरानी की जाएगी। . ब्लीचिंग पाउडर गुणवत्ता नियंत्रण गुणवत्ता परीक्षण किए गए पाउडर का ही उपयोग करने का आदेश। ग्राम पंचायत मुख्यालय पर स्टॉक रखने के निर्देश। 10. *जल आपूर्ति रिसाव की मरम्मतपाइप या वाल्व में रिसाव को तुरंत ठीक करने के निर्देश।प्रसव की संभावित तिथि को ध्यान में रखते हुए उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की सूची तैयार की जाएगी। जरूरत के अनुसार उन्हें स्वास्थ्य संस्थानों में स्थानांतरित किया जाएगा। सांप और बिच्छू के काटने की उपचार व्यवस्था के लिए सभी प्राथमिक केंद्रों पर संबंधित दवाओं का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध रहेंगे।दिशानिर्देशों के अनुसार बाढ़ के पानी में काम करने वालों के लिए डॉक्सीसाइक्लिन का निवारक उपयोग होगा।

तहसील स्तर पर जल संसाधन, ग्रामीण विकास, कृषि, पशुपालन, शहरी विकास विभागों के बीच समन्वय करके कार्रवाई की जाएगी।

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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा

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