खूंटी, 13 जुलाई (Udaipur Kiran) ।
जिला विधिक
सेवा प्राधिकार खूंटी
के तत्वावधान में
स्थानीय सिविल कोर्ट परिसर
में शनिवार को
प्रधान जिला एवं
सत्र न्यायाधीश रसिकेस
कुमार की अध्यक्षता
में राष्ट्रीय लोक
अदालत का आयोजन
किया गया। इस
दौरान गठित कुल
पांच बैंचों के
माध्यम से मामलों
की सुनवाई करते
हुए 24725 मामलों का निष्पादन
किया गया।
साथ
ही छह करोड़
14 लाख 92 हजार 890 रुपये का
समायोजन किया गया।
इससे पूर्व राष्ट्रीय
लोक अदालत का
विधिवत शुभारंभ प्रधान जिला
एवं सत्र न्यायाधीश
रसिकेस कुमार ने दीप
प्रज्वलित कर किया।
मौके पर पीडीजे
ने कहा कि
यह वर्ष की
दूसरी राष्ट्रीय लोक
अदालत है। उन्होंने
कहा कि लोक
अदालत में लंबित
वादों में दोनों
पक्षों के जीत
होती है।
उन्होंने
कहा कि लोक
आदलत का मुख्य
उद्देश गरीबों को सुलभ
न्याय मुहैया कराना
और अदालतों में
मुकदमों के बोझ
को कम करना
है। उन्होंने कहा
कि विधिक सेवा
प्राधिकार गरीबों, वंचितों और
ज्रूरतमंद लोगों का उत्थान
है। प्राधिकार के
सचिव राजश्री अपर्णा
कुजूर ने बताया
कि राष्ट्रीय लोक
अदालत विभिन्न प्रकार
के वादों को
सुलझाने का एक
सक्षम और सुलभ
माध्यम है।
राष्ट्रीय
लोक अदालत में
मामलों के निष्पादन
के लिए पांच
बैंचों का गठन
किया गया था,
जिसमें दीवानी एवं फौजदारी
न्यायालय के सभी
सुलहनीय प्रकृति के मामले,
बैंक ऋण, मोटरयान
दुर्घटना, नगर पंचायत,
परिवहन विभाग, वन विभाग,
उत्पाद विभाग एवं बिजली
संबंधित मामले प्रस्तुत किए
गए। लोक अदालत
में निष्पादित हुए
मामलों में न्यायालय
में लंबित 465 मामले
भी शामिल हैं।
लोक अदालत में
मामलों के निष्पादन
के लिए गठित
प्रथम बैंच में
अपर जिला जज
द्वितीय राकेश कुमार मिश्रा,
अपर जिला जज
तृतीय प्राची मिश्रा,
अधिवक्ता मिलन कुमार
दास एवं श्री
राजेश कुमार शामिल
रहे। द्वितीय बैंच
में मुख्य न्यायिक
दंडाधिकारी मनोरंजन कुमार, मदन
मोहन राम एवं
कविता कुमारी अधिवक्ता
शामिल रहे। तृतीय
बैंच में एसडीजेएम
विद्यावती कुमारी, अधिवक्ता आशिष
कुमार एवं सुमित
कुमार कश्यप रहे।
चतुर्थ बैंच में
स्थायी लोक अदालत
के अध्यक्ष केके
सिंह, सदस्य मधु
चंदा कुमारी रजक
एवं अधिवक्ता मनोज
कुमार ठाकुर रहे।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / अनिल मिश्रा / शारदा वन्दना