
लखनऊ, 26 अप्रैल (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ जोरदार अभियान चलाया जा रहा है। आबकारी विभाग, पुलिस और अन्य प्रशासनिक इकाइयों की संयुक्त कार्रवाई ने शराब माफियाओं की कमर तोड़ दी है। बीते एक सप्ताह में विभिन्न जिलों में छापेमारी, वाहन चेकिंग और गोपनीय जांच के जरिए भारी मात्रा में अवैध शराब जब्त की गई, लहन नष्ट किया गया और अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। विभिन्न जिलों में की गई कार्रवाइ में कुल 5838.57 लीटर अवैध शराब जब्त की गई। इसमें कच्ची शराब, देशी शराब और विदेशी शराब शामिल है।
उन्नाव में ग्राम चम्पा पुरवा, मोहान, न्योतनी, शकूराबाद, रामपुर, मवईया, केदारखेडा और रसूलपुर मझगवा में 280 लीटर अवैध शराब बरामद की गई और 700 किलोग्राम लहन नष्ट किया गया। इसी तरह, लखीमपुर खीरी में ग्राम गुलौली बसबिरवा, बसंतापुर, कुसमी कॉलोनी, भटपुरवा, बाईकुआं रह्जनिया, नयागांव और जमुनिया काढीले में 300 लीटर अवैध शराब जब्त की गई और 1270 किलोग्राम लहन नष्ट किया गया।
गोरखपुर, सुल्तानपुर, पीलीभीत और देवरिया जैसे जिलों में ईंट-भट्ठों पर अवैध शराब के उत्पादन की जानकारी मिली। आबकारी टीमें ने इन क्षेत्रों में सघन छापेमारी की। गोरखपुर-देवरिया में 20 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद की गई और 100 किलोग्राम लहन नष्ट किया गया। सुल्तानपुर में ग्राम चंदौर और ईंट-भट्ठों पर 35 लीटर अवैध शराब जब्त की गई और 150 किलोग्राम लहन नष्ट किया गया।
मुरादाबाद में सहायक आबकारी आयुक्त (ईआईबी) ने उत्तराखंड और मुरादाबाद बॉर्डर पर वाहनों की सघन चेकिंग की, ताकि अवैध शराब की तस्करी पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके। इसी तरह, बिजनौर-मुरादाबाद बॉर्डर और दिल्ली-मुरादाबाद जीरो पॉइंट पर भी वाहनों की जांच की गई। उन्नाव में आगरा एक्सप्रेस-वे पर जोगी कोट अंडरपास के पास दो कारों से 134.97 बल्क लीटर हरियाणा की विदेशी शराब बरामद की गई। इस कार्रवाई में तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया। मुरादाबाद के मुंढा पांडेय टोल पर आबकारी टीम ने वाहनों की गहन चेकिंग की। यह कार्रवाई अवैध शराब की अंतरराज्यीय तस्करी को रोकने में प्रभावी रही। ऐसी कार्रवाई ने तस्करों के लिए अवैध शराब का परिवहन मुश्किल कर दिया है।
रामपुर और मुजफ्फरनगर में जिला आबकारी अधिकारियों ने मदिरा दुकानों का औचक निरीक्षण किया। रामपुर में बिलासपुर के थोक अनुज्ञापन और मदिरा दुकानों की जांच की गई, जहां विक्रेताओं को ओवररेटिंग के खिलाफ कड़ी चेतावनी दी गई और 100 प्रतिशत बिक्री पॉज मशीन से करने के निर्देश दिए गए। मुजफ्फरनगर में मोरना चीनी मिल और देशी-कम्पोजिट दुकानों की जांच की गई। जहां शीरे की मात्रा का भौतिक सत्यापन किया गया और दुकानों को रेट लिस्ट, टोल-फ्री नंबर और क्यूआर कोड प्रदर्शित करने के निर्देश दिए गए। आबकारी टीमों ने विभिन्न जिलों में गोपनीय टेस्ट परचेज के जरिए ओवररेटिंग और अवैध बिक्री की जांच की।
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(Udaipur Kiran) / श.चन्द्र
