जालौन, 21 नवम्बर (Udaipur Kiran) । प्रदेश भर में हुए हादसों के बाद भी प्रशासन बेसमेंट संचालकों पर कार्रवाई नहीं कर रहा है। शहर में संचालित करीब 40 बेसमेंटों में केवल एक के पास फायर विभाग की एनओसी है। हाल ही में बेसमेंट में लगी आग की घटना के बाद भी जिम्मेदार नहीं चेते हैं। इसके साथ ही कई संचालकों ने ओडीए से नक्शा भी पास नहीं कराया है। इस पर 22 संचालकों को ओडीए नोटिस भी जारी कर चुका है।
बता दें कि बीते दिनों शहर कोतवाली क्षेत्र के जालौन रोड पर स्थित बेसमेंट में संचालित ट्रैक्टर शोरूम में पांच नवम्बर को आग लग गई थी। इसमें करीब एक करोड़ का नुकसान हुआ था। बेसमेंट में फायर की एनओसी ही नहीं ली गई थी। आग बुझाने के कोई पर्याप्त इंतजाम न होने के कारण फायर विभाग को आग बुझाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। इसके बाद भी सुरक्षा नियमों को नजरअंदाज किया जा रहा है। इनमें से कुछ बेसमेंटों में कोचिंग सेंटरों का संचालन किया जा रहा है तो कुछ में कपड़ों का शोरूम चल रहा है। खासकर बाजार के बीच स्थित बेसमेंट अधिक खतरनाक साबित हो सकते हैं, क्योंकि कोई भी हादसा होने पर पूरा बाजार प्रभावित हो सकता है। तीन महीने पहले सिटी मजिस्ट्रेट ने अभियान चलाया था और आधा दर्जन बेसमेंटों को सील किया था। अभियान खत्म हुआ तो बेसमेंट फिर से चालू हो गए।
इसी को देखते हुए ओडीए ने फिर से 22 बेसमेंट संचालकों को नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह का समय दिया है। ओडीए के एई कमलेश कुमार शुक्ल ने बताया कि यदि तय समय में बेसमेंट बंद नहीं किए जाते हैं, तो इन्हें सील कर दिया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / विशाल कुमार वर्मा