जींद, 25 नवंबर (Udaipur Kiran) । केंद्र सरकार ने आर्थिक रूप से कमजाेर यानि ईडब्ल्यूएस का जो आरक्षण दिया है, उसमें हरियाणा के अंदर वर्गीकरण के लिए एक दिसंबर को जींद की धरा पर बड़ी बिसात बिछने जा रही है। क्योंकि ब्राह्मण, बनिया, पंजाबी और राजपूत समाज के लोग प्रदेश में ईडब्ल्यूएस के लिए अलग से पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग बुलंद करने जा रहे है। हरियाणा के अंदर आर्थिक आधार पर इन जातियों को कांग्रेस सरकार में आरक्षण दिलाने वाले अखिल भारतीय ब्राह्मण आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरिराम दीक्षित ने कहा कि सरकार से कोटे में कोटा ही मांग रहे है, इसलिए उनकी मांग को लेकर कोई परेशानी नहीं आनी चाहिए।
एक दिसंबर को भिवानी बाईपास चौक के नजदीक सुरेंद्र कुमार मैमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग संस्थान के परिसर मेें इस खास मसले को लेकर आवाज बुलंद होगी। राधेश्याम शर्मा ने कहा कि समारोह मेें आरक्षण वर्गीकरण की मांग करते हुए ब्राह्मण, बनिया, पंजाबी और राजपूत के लिए अलग से पांच प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान मांगा जाएगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह सरकार ने एससी समाज के कोटे मेंं वर्गीकरण किया है, ऐसे ही ईडब्ल्यूएस मेें अलग से आरक्षण का प्रावधान करने की मांग बुलंद की गई है। वर्गीकरण करने में सरकार को कोई परेशानी नहीं आनी चाहिए। क्योंकि यह कोटे मेें कोटा ही लिया जा रहा है। रहरिराम दीक्षित के प्रयासो स्वरूप हरियाणा में आर्थिक आधार पर आरक्षण मिला था।
इस आरक्षण के कारण करीब 10 हजार गरीब युवाओं को रोजगार मिला। इसलिए ईडब्ल्यूएस आरक्षण मेंं अलग से कोटे का प्रावधान करने के लिए हरिराम दीक्षित अलख जगाएं हुए है। इस समरोह में राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा, हरियाणा के जेल एवं सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा, हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिढ़ा और उचाना विधायक देवेंद्र अत्री का भव्य अभिनंदन किया जाएगा। इस दौरान आरक्षण कोटे के अलावा दोहलीदार जमीन का पूर्ण तौर से मालिकाना हक देने की मांग भी बुलंद होगी। ब्राह्मण सभा के पूर्व प्रधान रामफूल शर्मा, पार्षद प्रतिनिधि महिपाल कौशिक सहित दर्जनों लोग समारोह का न्यौता देने के लिए दिन-रात एक किये हुए है।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा