Madhya Pradesh

भारतीय वेदों में वह सब कुछ लिखा है, जो हम आज वैज्ञानिक खोजों के रूप में देखते हैं: मंत्री परमार

भाषाई विरासत का उत्सव विषय पर कार्यक्रम

– भारतीय भाषा संगम भाषाई विरासत का उत्सव विषय पर कार्यक्रम आयोजित हुआ

इन्दौर, 11 दिसंबर (Udaipur Kiran) । उच्च शिक्षा, आयुष, तकनीकी शिक्षा कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री इन्दर सिंह परमार ने कहा कि भारतीय वेदों में वह सब कुछ लिखा है, जो हम आज वैज्ञानिक खोजों के रूप में देखते हैं। हमारे वेदों में जो भारतीय परंपरा समाहित है, वह विज्ञान पर आधारित है और हर परंपरा में वैज्ञानिक तथ्य उपलब्ध हैं। हमारे मनीषियों ने जो कार्य किए थे, उनका वर्णन वेदों और अन्य ग्रंथों में मिलता है।

मंत्री परमार बुधवार को इंदौर में भारतीय भाषा संगम भाषाई विरासत का उत्सव विषय पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। यहां शासकीय होलकर शासकीय होलकर (आदर्श स्वशासी) विज्ञान महाविद्यालय, भारतीय भाषा समिति शिक्षा मंत्रालय नई दिल्ली एवं विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान मालवा प्रांत के संयुक्त तत्वावधान में शासकीय होलकर (आदर्श स्वशासी) विज्ञान महाविद्यालय इंदौर में आयोजित इस कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री परमार ने कहा कि प्रत्येक भारतीय को हमारी भाषा पर गर्व होना चाहिए तथा सभी को भाषा के प्रति आदर और सम्मान भाव रखना चाहिए। उन्होंने भारतीय ज्ञान परंपरा के संबंध में विस्तार से अपनी बात कही।

कार्यक्रम को विधायक गोलू शुक्ला, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं क्षेत्रीय संयोजक विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान डॉ. शशिरंजन अकेला, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर के कुलगुरु प्रो. राकेश सिंघई ने भी संबोधित किया तथा भारतीय भाषा संगम के संबंध में अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में महाविद्यालय जनभागीदारी समिति अध्यक्ष डॉ. दिनेश खंडेलवाल सहित बड़ी संख्या में महाविद्यालय के प्राध्यापकगण और विद्यार्थी उपस्थित थे। संचालन डॉ. संजय व्यास ने किया। आभार महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. अनामिका जैन ने माना।

मंत्री परमार ने कार्यक्रम से पहले मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि आज गीता जयंती है। भारतीय भाषा दिवस भी है। इस मौके पर भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की भारतीय भाषा समिति, होलकर साइंस कॉलेज और विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान ने भारतीय भाषा संगम का ये उत्सव रखा है। इंदौर में अलग-अलग राज्यों के अलग-अलग भाषा बोलने वाले लोग रहते हैं। वे यहां आए हैं। अपनी परंपराओं की अपनी भाषा में प्रदर्शनी लगाई है। लघु भारत का रूप इस कॉलेज में दिखा है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में भारत की जड़ों से जोड़ते हुए आमूलचूल परिवर्तन का काम चल रहा है। देश के सभी शिक्षाविद चिंतन- मनन कर भारत के दर्शन, सभ्यता, ज्ञान को ऐसे अवसरों पर प्रकट करते हैं। उन्होंने कहा कि होलकर कॉलेज ने श्रेष्ठ परंपरा शुरू की है। मध्य प्रदेश में भी हम आने वाले सालों में भारतीय भाषा दिवस मनाने का निर्णय कर रहे हैं, ताकि हर कैंपस में अलग-अलग भाषा बोलने वाले लोग एकत्रित हों, विचारों का आदान-प्रदान करें। भाषा जोड़ने का काम करेगी, तोड़ने का काम नहीं हो सकता। मध्य प्रदेश के संदेश को हम देशभर में पहुंचाने का काम करेंगे।

बांग्लादेश की घटनाओं को लेकर पूछे गए सवाल पर मंत्री परमार ने कहा कि भारत सरकार कूटनीतिक दृष्टि से सब प्रयास कर रही है। इस देश के लोगों का स्वाभाविक रूप से जो सनातन के लोग हैं, दुनिया में उन सब की चिंता करने की नैतिक जवाबदारी भारत की होती है, यहां के समाज की होती है, क्योंकि यहीं से उनके पूर्वज कभी न कभी गए हैं। मैं समझता हूं कि आज दुनिया का विश्व का जनमत है वह भी समझ गया है कि बांग्लादेश में जो अत्याचार हो रहा है, वह बंद होना चाहिए। वह भी कूटनीतिक प्रयास करके बांग्लादेश पर दबाव बना रहे है।

(Udaipur Kiran) तोमर

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