– पासिंगआउट परेड समाराेह में शामिल हुए मणिपुर के मुख्यमंत्री – असम पुलिस ट्रनिंग अकादमी में मणिपुर के युवाओं ने ली ट्रेनिंग
गोलाघाट (असम), 23 दिसंबर (Udaipur Kiran) । मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा है कि असम और मणिपुर का पुराना रिश्ता फिर से जुड़ गया है। पुराने जमाने में राजा-महाराजा मणिपुर से यहां आकर शरण लेते थे और रहते थे।यहांं मैतेई
और कुकी युवाओं ने एक साथ प्रशिक्षण लिया है, इन्हें एक साथ ही पाेस्टिंग दी जाएगी मणिपुर में स्थाई शांति बहाल करने के लिए यह सभी मिलकर काम करेंगे
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह सोमवार को देरगांव स्थित लाचित बरफूकन पुलिस ट्रेनिंग अकादमी में पासिंगआउट परेड समारोह में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बीते वर्ष 3 मई से मणिपुर की खराब स्थिति के कारण मणिपुर पुलिस के दो बैच की वहां ट्रेनिंग नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि वह असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने ऐसी स्थिति में असम पुलिस के इस ट्रेनिंग सेंटर में मणिपुर पुलिस के जवानों को ट्रेनिंग दिया। उन्होंने इसके लिए असम के पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह तथा स्पेशल डीजीपी हरमीत सिंह को भी धन्यवाद दिया।
मुख्यमंत्री बीरेन ने कहा कि आज का पासिंग आउट परेड देखने के बाद पता चलता है कि किस प्रकार से हमारे बच्चों को ट्रेनिंग देकर दक्ष पुलिसकर्मी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि इनका परफॉर्मेंस देखकर एक अभिभावक के नाते आज उन्हें बहुत ही अच्छा लग रहा है। उन्होंने मणिपुर के लोगों की ओर से मुख्यमंत्री तथा असम के मंत्रियों को धन्यवाद दिया।
एक प्रश्न के उत्तर में बीरेन सिंह ने कहा कि इस ट्रेनिंग के दौरान यहां जिस प्रकार कुकी और मैतेई युवाओं ने साथ एक साथ काम किया, उसी तरह से उन्हें वहां भी साथ काम में लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मणिपुर में स्थाई शांति बहाल करने के लिए ये सभी मिलकर काम करेंगे। मणिपुर में पहले ऐसी स्थिति नहीं थी। सभी आपस में मिलकर रह रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस टीम को तोड़ा नहीं जाएगा। सभी का एक साथ पोस्टिंग किया जाएगा। मणिपुर की जो एकता पहले थी, उसे फिर से बहाल रखने की कोशिशें की जा रही हैं।
मणिपुर की स्थिति को नियंत्रित करने संबंधी उपाय के विषय में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कहा कि स्थिति जटिल जरूर है, लेकिन उसको नियंत्रित करने की कोशिशें की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे मणिपुर में शांति बहाल हो रही है। बांग्लादेश तथा म्यांमार से होने वाले घुसपैठ से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि यह समस्या सिर्फ मणिपुर की नहीं, बल्कि असम, मिजोरम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय आदि सभी राज्यों की है। हम सभी मिलकर इसका समाधान करने में लगे हुए हैं। घुसपैठ सभी जगह हो रहा है, उसे रोकने की कोशिश की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि हिंसा से प्रभावित मणिपुर में वर्ष 2019 में पुलिस में 1946 जवानों की भर्ती की गई थी, लेकिन इनका प्रशिक्षण नहीं हाे पा रहा था। बाद में मणिपुर पुलिस के इन कैडेटाें काे असम के देरगांव में स्थित लाचित बरफूकन पुलिस
अकादमी में लाकर इस वर्ष प्रशिक्षण दिया गया।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश