राजगढ़, 12 जनवरी (Udaipur Kiran) । स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति के प्रतीक है, उन्होंने राष्ट्र भक्ति और युवा शक्ति को सर्वोपरि माना, उन्होेंने स्व-संस्कृति के प्रति न सिर्फ देशवासियों को जागरुक किया बल्कि विश्व को वेदांत और योगदर्शन से प्रभावित भी किया। रामकृष्ण मिशन के माध्यम से उन्होंने नर सेवा को ही नारायण सेवा का पर्याय बनाया। यह बात प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री नारायणसिंह पंवार ने स्वामी विवेकानंद जयंती युवा दिवास के अवसर पर रविवार को ब्यावरा के सीएम राइज स्कूल में आयोजित सूर्य नमस्कार कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि आज का दिन हर भारतीय युवा के लिए प्रेरणा का दिन है, नए संकल्प लेने का दिन है। पंवार ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने भविष्यवाणी करते हुए कहा था कि आने वाली सदी भारत की होगी, आज एक ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत वैभवशाली और गौरवशाली राष्ट्र बनकर विश्व गुरु के रुप में पहचान बना रहा है। उन्होंने कहा कि शिकागो विश्व धर्मसंसद में स्वामी विवेकानंद को बोलने के लिए दो मिनिट का समय भी नही दिया जा रहा था लेकिन जब उन्होंने बोलना शुरु किया तो उनके प्रारंभ के दो शब्दों ने उनके वक्तव्य को सबसे महत्वपूर्ण बना दिया।
पंवार ने कहा कि स्वामी जी के जीवन का साहित्य बच्चों के पढ़ाने के लिए विधालय में उपलब्ध होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहला सुख निरोगी काया है, शरीर में ताकत होगी तभी हम बड़े से बड़ा काम कर सकेंगे। 21 वी सदी का यह दशक भारत के लिए सौभाग्य लेकर आया है। युवा शक्ति को राष्ट्र की शक्ति बनाने का एक व्यापक प्रयास देश में देखने को मिल रहा है। इस मौके पर पूर्व राज्यमंत्री बद्रीलाल यादव, भाजपा जिला महामंत्री अमित शर्मा, जिला उपाध्यक्ष जसवंत गुर्जर, पूर्व जिला अध्यक्ष दिलवर यादव, मंडल अध्यक्ष राजू यादव, पार्षद विष्णू साहू, गोपाल जाटव, स्कूल प्राचार्य सज्जनसिंह यादव सहित अन्य नागारिक गण और स्टाफ मौजूद रहा।
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(Udaipur Kiran) / मनोज पाठक