-पीएम
मुद्रा योजना के तहत 2024 में जून
तक प्रदेश के 11 लाख से
ज्यादा लोगों को मिला 11 हजार
करोड़ का लोन
लखनऊ, 3 सितंबर (Udaipur Kiran) । केंद्र सरकार की
योजनाओं को हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचाने में योगी सरकार के प्रयास फलीभूत हो रहे
हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का प्रदेश के लोगों को बड़ा लाभ मिल
रहा है। इस योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में जून माह तक साढ़े 11 लाख से ज्यादा लोगों को करीब 11 हजार करोड़ रुपये का लोन प्राप्त हो
चुका है। यह लोन प्रदेश में संचालित सभी बैंकों और नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी
(एनबीएफसी) के माध्यम से प्रदान किया गया है।
इस योजना
का प्रदेश के नागरिक अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर सकें, इसके लिए योगी सरकार द्वारा बैंकों के
साथ समन्वय भी स्थापित किया जा रहा है। साथ ही सीएम योगी नियमित रूप से योजना की
समीक्षा भी कर रहे हैं, जिससे हर
पात्र व्यक्ति तक आसानी से लोन सुलभ कराया जा सके। उल्लेखनीय है कि देश के लोगों को
उद्यमी के तौर पर प्रोत्साहित करने के लिए मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री मुद्रा
योजना की शुरुआत की थी। इस योजना को योगी सरकार ने प्राथमिकता के आधार पर उत्तर
प्रदेश में क्रियान्वित किया है, जिससे लोगों को प्रदेश में उद्यम स्थापित करने या उद्यम के विस्तार में
आर्थिक सहायता का लाभ मिला है।
एसएलबीसी
ने प्रस्तुत की प्रगति रिपोर्ट
हाल ही
में राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी यूपी) ने मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के
साथ हुई बैठक में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से संबंधित प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत
की। इस रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय
वर्ष 2024-25 के तहत 30 जून 2024 तक प्रदेश भर में कुल 11.63 लाख अकाउंटहोल्डर्स को बैंकों और
एनबीएफसी के द्वारा कुल 10,996 करोड़ रुपये
का लोन वितरित किया गया है। इनमें बैंकों के जरिए 7.10 लाख अकाउंटहोल्डर्स को 9039 करोड़ रुपये का लोन वितरित किया गया, जबकि एनबीएफसी के द्वारा 4.53 करोड़ लोगों को 1957 करोड़ रुपये का ऋण उपलब्ध कराया गया।
एसएलबीसी एक तरह से केंद्र और राज्य सरकार के बीच सेतु का काम करने वाला फोरम है।
इस फोरम में त्रैमासिक बैठकों के माध्यम से विभिन्न विकास कार्यक्रमों की प्रगति
समीक्षा की जाती है तथा विभिन्न मानकों में निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति के लिए
रणनीति तैयार की जाती है। उत्तर प्रदेश में इस फोरम के संयोजन का गौरव बैंक ऑफ
बड़ौदा को प्राप्त है। इसके अनुसार, प्रदेश में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
की प्रगति बहुत अच्छी है।
साल दर
साल हो रही लाभार्थियों की संख्या में वृद्धि
प्रगति
रिपोर्ट में वित्तीय वर्ष 2022-23 और 2023-24 का भी उल्लेख किया गया है। इसके अनुसार
2022-23 में 68 लाख से ज्यादा लोगों को सभी बैंकों और
एनबीएफसी की ओर से 47,427 करोड़ रुपये
का लोन वितरित किया गया। इसमें बैंकों से 48.97 लाख अकाउंटहोल्डर्स को 39,861 करोड़ रुपये तो वहीं एनबीएफसी की ओर स 19.11 लाख अकाउंटहोल्डर्स को 7566 करोड़ रुपये का लोन उपलब्ध कराया गया।
इसी तरह, वित्तीय
वर्ष 2023-24 में 76.76 लाख लोगों को 58,522 करोड़ रुपये का लोन प्राप्त हुआ। इसमें
बैंकों की ओर से 41.57 लाख
अकाउंटहोल्डर्स को 41,490 करोड़, जबकि 35.19 लाख को 17,032 करोड़ रुपये का लोन दिलाया गया। इसका
मतलब ये है कि योजना के तहत हर वर्ष लाभार्थियों और लोन की धनराशि में लगातार
वृद्धि हो रही है।
10 लाख रुपये
तक का मिलता है लोन
देश के
युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र सरकार प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना चला रही है। इस स्कीम से तहत ग्रामीण क्षेत्रों में गैर कॉर्पोरेट
छोटे उद्यमों को शुरू करने या उसके विस्तार के लिए 10 लाख रुपये तक का लोन आसानी से और सस्ती
ब्याज दरों पर उपलब्ध कराया जाता है। लोन आसानी से और सस्ती दरों पर प्रदान किया
जाता है। इसे तीन कैटेगरी में बांटा गया है। पहली शिशु लोन, जिसके तहत 50 हजार रुपये तक का लोन दिया जाता है।
दूसरा किशोर लोन, जिसके तहत
50 हजार रुपये
से लेकर 5 लाख रुपये
तक का लोन प्रदान किया जाता है। तीसरा, तरुण लोन के तहत 5 लाख से 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जा सकता है।
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(Udaipur Kiran) / दिलीप शुक्ला