
धमतरी, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । भारत सरकार दिल्ली के एम्स न्यूरोलाजीसट डाॅ: ममता भूषण सिंग ने सोमवार को अपने रिसर्च टीम के साथ सिविल अस्पताल नगरी में एक दिवसीय शिविर लगाकर 180 मिर्गी के मरीजों की जांच की। मरीजों को अलग-अलग प्राथमिक स्वास्थय केंद्र के अनुसार सूचीबद्ध किया गया हैं ताकि मिर्गी के मरीजों की देखभाल कर इलाज आगे भी किया जा सके।
एम्स दिल्ली के डाक्टर ने नगरी ब्लाॅक के सभी सरकारी अस्पताल के डाक्टर, आरएमए, स्टाफ नर्स को स्पेशल ट्रेनिंग दिया हैं ताकि अपने स्तर पर प्रथम चरण में इलाज कर सके। दूसरे चरण के लिए दिल्ली के काउंसलर जो नगरी ब्लाक में मौजूद हैं, जो लगातार सभी अस्पतालों में जाकर अस्पताल के रजिस्टर से मिर्गी मरीजों का नाम सूचीबद्ध कर रहे हैं। साथ ही ग्रामीणों को जागरूक भी कर रहे हैं। तीसरे चरण में गंभीर हालत के लिए सीधे एम्स के डाक्टर से संपर्क कर इलाज करने की सुविधा बताई गई है। अब मिर्गी पीड़ित व्यक्ति को अपने नजदीक के सरकारी अस्पताल में इलाज की पूरी सुविधा मिलने लगा है। मिर्गी पीड़ितों को अब भटकने की जरूरत नहीं है। सोमवार को पीएचसी सांकरा में डाॅ: किशोर साहू आरएमए, शीतल मिश्रा दिल्ली एम्स, यजुवेंद्र सोम फ़ार्मासिस्ट, कविता साहू उपस्थित थे। इन्होंने चर्चा में बताया कि भारत सरकार के दिल्ली एम्स की सुविधा से निश्चित ही मिर्गी के बीमार लोगों को बेहतर उपचार मिलेगा। आने वाले समय में इस बीमारी पर नियंत्रण भी हो पाएगा, इसके लिए ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। नगरी के बाद अब ग्रामीणों ने आगामी दिनों में पीएससी सांकरा में शिविर लगाने की मांग की है।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा / चन्द्र नारायण शुक्ल
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