Madhya Pradesh

उज्जैन : बैंक के सेवा निवृत्त सहायक प्रबंधक के यहां ईओडब्‍ल्‍यू ने मारा छापा, 6 करोड़ की संपत्ति का खुलासा

उज्जैन : बैंक के सेवा निवृत्त सहायक प्रबंधक के यहां ईओडब्‍ल्‍यू ने मारा छापा, 6 करोड़ की संपत्ति का खुलासा

उज्जैन, 18 जनवरी (Udaipur Kiran) । तीन हजार रूपए वेतन से नौकरी शुरू करने वाला आरोपित अनिल सुहाने तत्कालीन सहायक प्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित उज्जैन के विभिन्न ठिकानों पर शनिवार को ईओडब्‍ल्‍यू की तलाशी में करोड़ों की सपंत्ति का खुलासा हुआ है। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ, उज्जैन द्वारा आरोपित अनिल सुहाने तत्कालीन सहायक प्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित भरतपुरी, उज्जैन के विरूद्ध आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामलें में छापे की कार्यवाही की गई।

आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ इकाई उज्जैन को प्राप्त गोपनीय सूचना के सत्यापन उपरांत अनिल सुहाने के विरूद्ध आय से अधिक संपत्ति के आरोप प्रमाणित पाए जाने पर आरोपित अनिल सुहाने के विरूद्ध धारा 13(1)बी 13(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 संशोधित 2018 के तहत प्रकरण कायम कर शनिवार को आरोपी अनिल सुहाने के निवास बी2/20 बसंत विहार,उज्जैन एवं अन्य भवन- ए 3/8 बसंत विहार कालोनी इंदौर रोड, उज्जैन पर छापे की कार्यवाही की गई जिसमें करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ है ।

1. उज्जैन के पॉश इलाका बसंत विहार कालोनी में आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित एक तीन मंजिला आलीशान भवन

2. बसंत विहार में ही इन्दौर उज्जैन मेन रोड पर 2400 वर्गफीट का चार मंजिला नवनिर्मित व्यवसायिक भवन

3. उज्जैन स्थित क्षिप्रा विहार में 2300 वर्गफीट का एक बेशकीमती प्लाट

4. विनय नगर में 650-650 वर्गफीट के 2 प्लाट।

5. शहर के मध्य दवा बाजार में 600-600 वर्गफीट की 02 दुकानें

6. 9 लाख से अधिक नकद राशि

7. लाखों रूपए के सोने एवं चांदी के आभूषण

8. 3 चौपहिया वाहन एवं 3 दो पहिया वाहन

9. 3 बैंक लॉकर जो खोले जाना शेष है।

10. कई बैंक अकाउंटस जिनमें जमा राशि की जानकारी प्राप्त की जा रही हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपित अनिल सुहाने मूल रूप से जिला पन्ना के रहने वाले है जिन्होने 1991 में जिला सहकारी बैंक नई सडक उज्जैन में सब इंजीनियर के पद पर नियुक्त होकर 3000 प्रतिमाह के वेतन से नौकरी की शुरूआत की थी तथा दिनांक 31 दिसबर 2024 को सहायक प्रबंधक जिला सहकारी बैंक उज्जैन के पद से सेवा निवृत्त हुए है। नौकरी के दौरान उन्हे कुल 70 लाख रू का वेतन प्राप्त हुआ है, जबकि उपरोक्तानुसार उनके पास अब तक जो संपत्ति पाई गई है उसकी कीमत 6 करोड से भी अधिक है। आरोपित द्वारा यह संपत्ति शासन की विभिन्न कृषि ऋण योजनाओं में आने वाली राशि वितरण में अनियमितता एवं भ्रष्टाचार करके अर्जित किया जाना ज्ञात हुआ है।

मौके पर कार्यवाही अभी जारी है। कार्यवाही के दौरान और अधिक संपत्ति मिलने की संभावना है। इओडब्ल्यू इकाई उज्जैन के उप पुलिस अधीक्षक संदीप निगवाल के नेतृत्व में 30 सदस्यीय दल द्वारा उपरोक्त कार्यवाही की जा रही है।

(Udaipur Kiran) / ललित ज्‍वेल

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