Madhya Pradesh

भोपाल-सीहोर समेत जयश्री गायत्री फूड्स कंपनी के ठिकानों पर ईओडब्ल्यू का छापा, कार्रवाई जारी

भोपाल-सीहोर समेत जयश्री गायत्री फूड्स कंपनी के ठिकानों पर ईओडब्ल्यू का छापा, कार्रवाई जारी

– कंपनी पर फर्जी तरीके से फूड प्रोडक्ट विदेश भेजने का आरोप

भोपाल, 31 जुलाई (Udaipur Kiran) । आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) की भोपाल इकाई ने बुधवार सुबह जयश्री गायत्री फूड प्रोडक्ट लिमिटेड (पनीर फैक्ट्री) के मालिकों के सीहोर स्थित कारखाने और इससे जुड़े अन्य ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की है। कंपनी के मालिक के भोपाल स्थित आवास और कार्यालय पर भी ईओडब्ल्यू ने छापेमारी की है। ईओडब्ल्यू के 25 से ज्यादा अधिकारी भोपाल और सीहोर में 12 से ज्यादा ठिकानों पर कार्रवाई कर रहे हैं। फिलहाल कार्रवाई जारी है।

जानकारी के मुताबिक, फैक्ट्री के डायरेक्टर किशन मोदी हैं। इनके साथ फैक्टी के अन्य अधिकारी पारुल मोदी और राजेंद्र मोदी पर 24 जुलाई को ईओडब्ल्यू में एफआईआर दर्ज की गई थी। इन पर विदेश में सप्लाई किए जाने वाले डेयरी प्रोडक्ट के सर्टिफिकेट फर्जी तरीके से तैयार करने का आरोप है। ईओडब्ल्यू को शिकायत मिली थी कि कंपनी द्वारा फर्जी दस्तावेज बनाकर उत्पाद विदेश भेजे जाते हैं। कंपनी द्वारा 27 देशों में उत्पाद भेजने की जानकारी मिली थी। कंपनी के ठिकानों पर बुधवार सुबह 11 बजे ईओडब्ल्यू की टीम पहुंची और छानबीन शुरू की। कार्रवाई एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर चल रही है। इनमें शाहपुरा और 10 नंबर स्टॉप स्थित घर, दफ्तर और सीहोर स्थित फैक्ट्री भी शामिल है। यहां से अहम दस्तावेज और फाइलें जब्त की गई हैं। कंपनी के मालिकों से पूछताछ की जा रही है।

ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने बताया कि कारखाने में छापे के दौरान ऐसे रासायनिक पदार्थ भी मिले हैं, जिनका उपयोग नहीं किया जा सकता है। ऐसे में आशंका है कि कहीं इनका उपयोग खाद्य उत्पाद बनाने के लिए तो नहीं किया जा रहा था। यह कंपनी पनीर सहित अधिकतर मिल्क उत्पाद बनाती है।

गौरतलब है कि सीहोर के पिपलिया मीरा स्थित जयश्री गायत्री फूड्स प्राइवेट लिमिटेड (पनीर फैक्ट्री) को प्रशासन ने 16 जुलाई को बंद करा दिया था। जिला प्रशासन ने यह कार्रवाई मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आदेश पर की थी। कलेक्टर प्रवीण सिंह के निर्देश पर बिजली कंपनी ने बिजली कनेक्शन काट दिया था, जिससे उत्पादन बंद हो गया था। अब फैक्ट्री जब तक चालू नहीं होगी, तब तक कि उद्योग जल प्रदूषण नियंत्रण की पूर्ण व्यवस्था नहीं करता है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एक करोड़ 20 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया था।

उक्त कंपनी पिछले दो-ढाई वर्ष से विवादों में रही है। इसके पहले मार्च 2022 में पाइप लाइन बिछाने के लिए दो किमी तक सड़क खोदने के कारण सीहोर कलेक्टर ने एफआईआर दर्ज कराई थी। जून 2022 में आयकर विभाग की टीम ने भी छापा मारा था। इसके बाद मार्च 2023 में खाद्य सुरक्षा विभाग ने पनीर में पाम आइल की मिलावट के संदेह में छापामार कार्रवाई की। यहां कोलकाता से आया पाम आइल से भरा टैंकर जब्त किया गया था।

(Udaipur Kiran) तोमर / उम्मेद सिंह रावत

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