नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू ) में कार्यरत संविदा कर्मचारियों को बर्खास्त करने के फैसले पर दिल्ली पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि दिवाली से पहले महिला आयोग कर्मचारियों को बर्खास्त करना एक शर्मनाक काम है ।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, ”अरविंद केजरीवाल ने वादा किया है कि वे सभी बहनें जिन्हें डीसीडब्ल्यू से निकाला गया, जिन्हें भाजपा ने परेशान किया, वे सभी जिनकी आजीविका प्रभावित हुई, और वे सभी जिन्हें कष्ट हुआ, समझा जाएगा और उनकी समस्याओं पर ध्यान दिया जाएगा ,उनका दर्द दूर किया जाएगा । उन्होने कहा कि धीरे-धीरे एक-एक करके रुके हुए काम फिर से शुरू हो रहे हैं। हम पहले से ही उन लोगों को बहाल करने पर काम कर रहे हैं जिनके साथ अतीत में अन्याय हुआ है और हम इस पर भी काम करना जारी रखेंगे ।
इसी बीच दिल्ली महिला आयोग में कार्यरत संविदा कर्मचारियों को बर्खास्त करने के फैसले पर रीना गुप्ता ने मंगलवार को एक प्रेस वार्ता कर के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का घिराव किया ।
आम आदमी पार्टी (आआपा) वरिष्ठ नेता रीना गुप्ता ने कहा कि दिवाली से पहले बिना कुछ बताए एक चिट्ठी जारी कर के निकाल दिया गया , अब इन लोगों के घरों में दिवाली कैसे मनेगी । उन्होंने बताया कि दिल्ली महिला आयोग में कई महिला कर्मचारी एसिड और रेप पीड़ित थीं, जिन्होंने हिम्मत जुटाकर इस संस्थान में काम किया।
रीना गुप्ता ने कहा कि इसमें कुछ महिलाएं तीस-तीस साल से संविदा पर काम कर रही थी इस तरह से उन्हें हटाना ये बैहद शर्मनाक काम है । उनका घर कैसे चलेगा । उन्होंने कहा कि इस समय दिवाली में खुशियां बांटने का माहौल है । लेकिन भाजपा ने इन्हें निकाल कर के बैहद शर्मनाक काम किया ।
गुप्ता ने बताया कि भाजपा ने डीसीडब्ल्यू के सारे कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया । भाजपा का महिला विरोधी और रोज़गार विरोधी चेहरा आया सबके सामने |दिल्ली को दुष्कर्म की राजधानी कहा जाता था ,उन्होंने कहा कि पीछले साल एनसीआरबी का डेटा देखे तो पता चलता है कि प्रतिदिन दिल्ली में तीन यौन उत्पीड़न होते है और छेड़खानी की घटनाएं आम हो गई हैं।
आआपा नेता ने कहा कि दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने अरविंद केजरीवाल की मदद से 181 हेल्पलाइन शुरू की और दो लाख से अधिक मामलों को सुलझाया। अब भाजपा ने डीसीडब्ल्यू पर ताला लगाकर महिलाओं को परेशानी में डाल दिया है, लेकिन आम आदमी पार्टी इनकी बहाली के लिए पूरी शक्ति लगा देगी।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार दिल्ली महिला आयोग को बंद करने के लिए काफी पहले से ही प्रयास कर रही थी, और कर्मचारियों की सैलरी भी रोक दी गई थी। अब जिन महिला कर्मचारियों को निकाला गया है, उन्हें धमकी दी जा रही है कि अगर वे इस मुद्दे पर कुछ बोलेंगी, तो उनके खिलाफ और कार्रवाई की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / माधवी त्रिपाठी