लखनऊ, 15
नवंबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के पूरब में स्थित मोक्ष नगरी काशी हो या तीर्थराज
प्रयाग, राम नगर अयोध्या समेत गंगा, गोमती, सरयू, यमुना जैसी पवित्र छोटी-बड़ी
नदियों के किनारे स्थित नगरों में पूरा भक्तिमय माहौल देखने को मिला। या फिर यूं
कहें कि स्नान दान का भारी महत्व रखने वाले कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर समूचा उत्तर
प्रदेश आस्था की डुबकी में सराबोर हुआ। वहीं गुरुनानक देव की प्रकाश पर्व भी धूमधाम
से मनाया जा रहा है।
बाबा
विश्वनाथ की नगरी काशी में भोर से ही गंगा में श्रद्धालु डुबकी लगा रहे हैं। देव
दिवाली के अवसर पर काशी के घाटों की अनुपम छटा देखते ही बनती है। देश दुनिया से
श्रद्धालु काशी पहुंचे हैं। धार्मिक संस्थाओं के साथ ही प्रशासन ने भी व्यवस्था
में लगा हुआ है। सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद है। यहां 84 गंगा घाटों पर 11 लाख दिए
जलाए जा रहे हैं।
तीर्थराज
प्रयागराज में संगम में डुबकी लगाने वालों की बड़ी संख्या है। मोक्षदायिनी गंगा में
डुबकी लगाकर श्रद्धालु पुण्यलाभ प्राप्त कर रहे हैं। कार्तिक पूर्णिमा पर शुक्रवार की भोर से ही मीरजापुर में नगर और ग्रामीण
अंचलों में स्नान के लिए गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पडी। श्रद्धालुओं
ने आस्था की डुबकी लगाई और दान पूण्य किया। गंगा घाटों पर स्नान के लिए पहुंचने
वाली भीड़ को देखते हुए नगर क्षेत्र में स्थित घाटों पर सफाई के साथ ही सुरक्षा की
दृष्टि से गंगा में बैरिकेडिंग भी कराई गई। घाटों पर महिलाओं के लिए वस्त्र बदलने के
लिए भी व्यवस्था की गई। नगर के पक्का घाट, बरिया घाट,
बाबा घाट, संकठा घाट, कचहरी घाट,
नार घाट व फंतहां
घाट पर कार्तिक पूर्णिमा पर काफी संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचे।
बुंदेलखण्ड में पंचनद में स्नान के बाद श्रद्धालुओं
ने दान पुण्य किया। मान्यता है कि इस दिन स्नान दान से पुण्य मिलता है। घर में सुख
समृद्धि आती है। इसी प्रकार प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आदि गंगा गोमती में
सनातनियों ने आस्था की डुबकी लगाई। भोर से गोमती के कुड़िया घाट, डालीगंज और
निसातगंज के घाटों पर डुबकी लगाकर दान पुण्य किया।
दूसरी तरफ
गुरुनानकदेव जी महाराज का 555वां प्रकाश पर्व धूम धाम से मनाया गया। गुरुद्वारों
पर कार्यक्रम आयोजित हुए। गुरुनानक देव जी के बताए रास्ते पर चलने की प्रेरणा ली
गयी। उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह लखनऊ के खालसा चौक आलमबाग एवं
पटेलनगर गुरुद्वारे में आयोजित प्रकाश पर्व में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि
गुरुनानक देव जी ने ईश्वर की आराधना के प्रति हम सभी को प्रेरित किया है। सन्मार्ग
पर चलने का संदेश दिया। योगी ने कहा कि यही परम्परा आगे चलकर भक्ति से शक्ति के
तेज पुंज के रूप में बदल गई और गुरुगोविंद सिंह महाराज के नेतृत्व में नए आयाम
मिले।
(Udaipur Kiran) / दिलीप शुक्ला