सोलन, 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । प्रदेश सरकार सभी स्तरों पर विद्यार्थियों का सर्वागींण विकास सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन कर रही है। प्रदेश में वित्त वर्ष 2024-25 में शिक्षा बजट में पिछले वर्ष की तुलना में 17 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। छात्रों को भविष्य की चुनौतियों के अनुरूप तैयार करने के लिए सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से ही अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा आरम्भ की गई है और उनके समग्र विकास के दृष्टिगत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी राजकीय डे-बोर्डिंग विद्यालय खोले जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने रविवार को सोलन के धर्मपुर स्थित पाइनग्रोव स्कूल में वार्षिक समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि शिक्षा का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों की क्षमता का विकास कर उन्हें उत्तरदायी नागरिक बनाना है।
सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार छात्रों को सुशिक्षित एवं संवेदनशील बनाने के लिए प्रयासरत है। छात्रों को पर्यावरण एवं जल संरक्षण के प्रति संवेदनशील बनाने के लिए डे-बोर्डिंग विद्यालयों में वर्षा जल संग्रहण प्रणाली और ग्रिड से जुड़े ‘रूफ टॉप संयंत्र’ स्थापित करने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा समाज के गरीब वर्ग के मेधावी छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए दो सौ करोड़ रुपए की महत्वकांक्षी डॉ. वाई.एस. परमार विद्यार्थी ऋण योजना आरम्भ की है। प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि इस योजना के तहत विदेशों के शैक्षणिक संस्थानों में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में शिक्षा ग्रहण करने के लिए इच्छुक पात्र छात्रों को योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा। प्रदेश में ग्राम स्तर तक छात्रों को बेहतर शिक्षा और गुणात्मक पठन सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर पुस्तकालय स्थापित किए जा रहे हैं।
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(Udaipur Kiran) / संदीप शर्मा