काठमांडू, 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । पिछले एक महीने में करीब 9,000 ट्रेकर्स ने सागरमाथा क्षेत्र (माउंट एवरेस्ट बेस कैंप क्षेत्र) का दौरा किया, जिसे स्थानीय रूप से खुम्बू क्षेत्र के रूप में भी जाना जाता है। पिछले महीने नेपाल के पहाड़ी क्षेत्रों में आए बाढ़ और भूस्खलन के साथ ही हिमालयी क्षेत्र में बर्फीले तूफान (एवलांच) के बाद भी पर्यटकों का इस क्षेत्र में उत्साहजनक उपस्थिति देश के पर्यटन क्षेत्र के लिए शुभ संकेत हैं।
सागरमाथा राष्ट्रीय उद्यान कार्यालय, नामचे के अनुसार, चालू वित्त वर्ष 2024/25 के मध्य सितंबर से मध्य अक्टूबर तक कुल 8,986 पर्यटक खुम्बू क्षेत्र में पहुंचे। यहां के कार्यवाहक अधिकारी विवेक श्रेष्ठ ने कहा कि पार्क ने प्रवेश शुल्क के लिए आगंतुकों से 02 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व एकत्र किया जा सका है। नेपाली नागरिकों के लिए क्षेत्र में प्रवेश शुल्क 100 रुपये प्रति व्यक्ति, सार्क सदस्य देशों के नागरिकों के लिए 1500 रुपये और अन्य देशों के लोगों के लिए 3,000 रुपये है।
जुलाई के मध्य से अगस्त के मध्य के भीतर इस सागरमाथा क्षेत्र में प्रवेश करने वाले केवल 125 ट्रेकर्स गए थे, जबकि 1,331 ट्रेकर्स ने अगस्त के मध्य से सितंबर के मध्य के भीतर इस क्षेत्र का दौरा किया था। श्रेष्ठ ने बताया कि इस अवधि के दौरान उनकी महज 36 लाख रुपये का ही राजस्व अर्जित किया जा सका था।
श्रेष्ठ ने कहा कि नेपाल में सितंबर के अंतिम सप्ताह में आए भीषण प्राकृतिक आपदा के कारण पर्यटन विभाग को बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि एक महीने के बाद ही पर्यटकों की इतनी संख्या हो जाएगी लेकिन विदेशी पर्यटकों की लगातार बढ़ती संख्या से स्थानीय व्यापारी और पर्यटन विभाग दोनों ही खुश है।
पीक सीजन के दौरान औसतन लगभग 1,000 पर्यटक रोजाना इस क्षेत्र में प्रवेश करते हैं। यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में सूचीबद्ध, सागरमाथा का यह क्षेत्र 1,148 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, जिसकी ऊंचाई 1,800 मीटर से 8,848 मीटर तक है।
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(Udaipur Kiran) / पंकज दास