
गुवाहाटी, 18 अप्रैल (Udaipur Kiran) । एक प्रभावशाली लेखक, विचारक, बदलाव की सूत्रधार, उद्यमी, प्रभावशाली वक्ता, ब्लॉगर, शोधकर्ता, शिक्षाविद, सलाहकार, आहार विशेषज्ञ और कोच, ऐसे अनेकों परिचयों से पहचानी जाती हैं सेना परिवार से ताल्लुक रखने वाली डॉ. रितु शर्मा। पिछले तीन दशकों से अधिक समय से वे सामाजिक क्षेत्र में सक्रियता से कार्यरत रहते हुए राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।
29 वर्षों से सेना जीवन का हिस्सा रही रितु शर्मा ने चुनौतियों और अनुभवों से भरे सफर में खुद को एक निडर और सच्चे व्यक्तित्व के रूप में गढ़ा है। मानसिक स्वास्थ्य और व्यक्तिगत विकास पर आधारित उनके प्रेरणादायक भाषणों ने युवाओं को दिशा दी है। उन्होंने ‘भारतीय सेना’ के प्रति समर्पण और सेवा की भावना के साथ अनेक महिलाओं को सशक्त किया है।
कोविड काल के दौरान उनके सामाजिक जागरूकता अभियान को एक नई गति मिली, जिसके बाद उन्होंने 100 से अधिक ऑनलाइन और ऑफलाइन सत्रों का संचालन किया है। हाल ही में, ऊपरी असम के छात्रों के लिए काउंसलिंग सत्र, जोरहाट सहित कई स्थानों पर सैनिकों और उनके परिवारों के लिए जागरूकता सत्र आयोजित किए गए।
एक ‘वन वूमेन आर्मी’ के रूप में उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों तक जाकर सैनिकों और उनके परिजनों को सेवा के दौरान, सेवानिवृत्ति उपरांत और शहीद होने की स्थिति में मिलने वाले अधिकारों और लाभों की जानकारी दी। सेना परिवारों को वेतन, भत्ते, अवकाश, पेंशन, कैंटीन, ईसीएचएस, हाउसिंग योजनाएं, एडब्ल्यूईएस की योजनाएं और हालिया बदलावों की जानकारी भी देती हैं।
‘आफ्टर मी फोल्डर’ की उपयोगिता पर विशेष ध्यान देते हुए उन्होंने सैनिकों को व्यक्तिगत सेवा और वित्तीय दस्तावेजों को व्यवस्थित करने की प्रेरणा दी। उनके सेशन के बाद लंबे प्रश्नोत्तर सत्र इस बात के गवाह हैं कि उनकी जानकारी कितनी उपयोगी और ज़रूरी रही है।
अब तक वे 32 करोड़ रुपये से अधिक के पेंशन, भत्ते और अनुदानों के मामलों में सैकड़ों परिवारों की सहायता कर चुकी हैं।
उनके असाधारण योगदान के लिए डॉ. रितु शर्मा को ‘द ग्रेट इंडियन समिट एंड अवॉर्ड्स’ द्वारा ‘आइकॉनिक मोटिवेशनल स्पीकर ऑफ द ईयर 2025’ से सम्मानित किया गया है। गुजरात की ‘शी स्प्लैश’ संस्था ने उन्हें ‘इंस्पायरिंग वूमन विजनरी एंड एंटरप्रेन्योर’ चुना है। इसके साथ ही वे आगामी 8 जून को दिल्ली में आयोजित होने जा रहे ‘मिस एंड मिसेज उत्तर प्रदेश’ सौंदर्य प्रतियोगिता के लिए रोल मॉडल के रूप में भी नामित की गई हैं।
समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण की दिशा में उनका यह सफर अब भी अनवरत जारी है। न थमा है, न झुका है। बल्कि एक प्रेरक परिवर्तन की भावना के साथ और सशक्त होता जा रहा है।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
