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भारत और एस्टोनिया के बीच कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने पर जोर

डीएएंडएफडब्ल्यू के सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी  एस्टोनिया की क्षेत्रीय मामलों एवं कृषि मंत्री सुश्री पिरेट हार्टमैन के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान

-डीएएंडएफडब्ल्यू के सचिव डॉ देवेश चतुर्वेदी ने की एस्टोनिया की क्षेत्रीय मामलों एवं कृषि मंत्री पिरेट हार्टमैन के साथ द्विपक्षीय बैठक

नई दिल्ली, 04 दिसंबर (Udaipur Kiran) । कृषि एवं किसान कल्याण विभाग (डीएएंडएफडब्ल्यू) के सचिव डॉ देवेश चतुर्वेदी ने आज नई दिल्ली के कृषि भवन में एस्टोनिया की क्षेत्रीय मामलों एवं कृषि मंत्री पिरेट हार्टमैन के साथ द्विपक्षीय बैठक की। बैठक में भारत और एस्टोनिया के बीच कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।

एस्टोनियाई मंत्री का स्वागत करते हुए डॉ चतुर्वेदी ने कृषि क्षेत्र में भारत सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं को रेखांकित किया। इनमें खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना, किसानों को सेवा वितरण बढ़ाने के लिए डिजिटल बुनियादी ढांचे के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना, किसानों की आय बढ़ाने के लिए फसल विविधीकरण को बढ़ावा देना और बागवानी उत्पादों में मूल्य संवर्धन को बढ़ावा देना शामिल है। उन्होंने जलवायु-लचीले और जैविक खेती के महत्व के साथ-साथ कृषि निर्यात का विस्तार करने पर भी जोर दिया।

सचिव ने देश के कृषि परिदृश्य में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानते हुए छोटे किसानों का समर्थन करने के लिए भारत की रणनीतियों पर विस्तार से बताया। उन्होंने किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ), अनुबंध खेती, फसल विविधीकरण और पशुधन, मत्स्य पालन और अन्य कृषि क्षेत्रों में विविधीकरण जैसी पहलों पर चर्चा की।

डॉ चतुर्वेदी ने जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का समाधान करने वाली सरकारी नीतियों को भी रेखांकित किया, जिसमें बेहतर बीजों को बढ़ावा देना, जल-उपयोग दक्षता, टिकाऊ मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन और पारंपरिक प्राकृतिक कृषि पद्धतियों का उपयोग शामिल है। उन्होंने कैच द रेन जैसी पहलों और जलाशयों और तालाबों के रखरखाव सहित बेहतर सिंचाई समाधानों के माध्यम से सिंचाई के लिए सतही जल की भूमिका पर जोर दिया।

सुश्री हार्टमैन ने जैविक खेती, खाद्य सुरक्षा और टिकाऊ कृषि पद्धतियों में एस्टोनिया की उल्लेखनीय उपलब्धियों को भी साझा किया। उन्होंने जल अनुकूलन और सटीक कृषि में नवाचारों सहित आईटी-संचालित कृषि समाधानों में देश की विशेषज्ञता पर प्रकाश डाला। सुश्री हार्टमैन ने खाद्य प्रसंस्करण, कृषि उत्पादों में मूल्य संवर्धन और कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी-संचालित समाधानों के अनुप्रयोग पर भारत के साथ सहयोग करने में भी रुचि व्यक्त की।

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(Udaipur Kiran) / दधिबल यादव

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