-सीआईआई की ओर से किया गया 7वां वार्षिक ग्रीनप्रो शिखर सम्मेलन
गुरुग्राम, 17 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । भारतीय उद्योग संघ (सीआईआई) की ओर से 7वें वार्षिक ग्रीनप्रो शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में 60 से अधिक संगठनों को सम्मानित भी किया गया।
उद्घाटन सत्र में सीआईआई गोदरेज ग्रीन बिजनेस सेंटर के अध्यक्ष जमशीद एन. गोदरेज, जर्मनी के संघीय पर्यावरण मंत्रालय से सतत उपभोक्ता संरक्षण के विभागाध्यक्ष डा. उल्फ डी. जेक्केल, सिंगापुर पर्यावरण परिषद की अध्यक्ष इसाबेला हुआंग लोह पीबीएम, ग्रीन उत्पाद और सेवाएं परिषद के अध्यक्ष अणुकीष्णन एआर, भारतीय उद्योग संघ की उपमहानिदेशक सीमा अरोरा, सीआईआई ग्रीन बिजनेस सेंटर के कार्यकारी निदेशक वेंकटागिरी के.एस., अखिल भारतीय लोहा व्यापार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता कासनिया ने शिरकत की। ग्रीनप्रो शिखर सम्मेलन का मुख्य विषय-नेट जीरो की ओर बढऩा, कम कार्बन सामग्रियां और प्रोद्योगिकियां रहा। इस दौरान पर्यावरणीय रूप से सतत हरित उत्पादों, सामग्रियों और प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। यहां बताया गया कि सार्वजनिक खरीद ग्रीन उत्पादों, सामग्रियों और प्रौद्योगिकियों की मांग पैदा करके कम कार्बन अर्थव्यवस्था में परिवर्तन को तेजी से आगे बढ़ा सकती हैं।
अखिल भारतीय लोहा व्यापार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता कासनिया ने बताया कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। आर्थिक विकास के साथ-साथ, संसाधन खपत और संबंधित पर्यावरणीय प्रभावों में भी वृद्धि होगी। इन चुनौतियों से निपटने का एकमात्र तरीका हरित को अपनाना है। प्रमुख उत्पाद और उपकरण निर्माताओं ने हरित बनने की आवश्यकता को महसूस किया है। हमारी टिकाऊ यात्रा में हरित उत्पादों, उपकरणों, प्रौद्योगिकियों और सेवाओं की व्यापक भूमिका होगी। अगर इकोलेबल उत्पादों और सेवाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाता है तो पर्यावरण की दृष्टि से यह बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि ग्रीनप्रो 2015 से उत्पादों को इकोलेबल कर रहा है। 480 से अधिक निर्माताओं से 8300 से अधिक उत्पादों को प्रमाणित किया है। प्रमाणित सामग्री की इस विविध श्रेणी में निर्माण सामग्री की 34 श्रेणियों के उत्पाद शामिल हैं।
सम्मेलन में जानकारी दी गई कि मेट्रो टीएमटी अपनी उच्च गुणवत्ता के लिए जाना जाता है। यह भारत के एकमात्र इस्पात संयंत्र में निर्मित होता है, जो पीएनजी ईंधन (दुनिया का सबसे स्वच्छ ईंधन) पर चल रहा है। इससे यह नेट नकारात्मक कार्बन उत्सर्जन वाला इस्पात बनता है। कंपनी 50 प्रतिशत सौर ऊर्जा का उपयोग करती है। आने वाले वर्षों में इसे 100 प्रतिशत तक पहुंचने की दिशा में काम अग्रसर है।
(Udaipur Kiran) हरियाणा