
अलीपुरद्वार, 31 मई (Udaipur Kiran) ।पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले में शुक्रवार देर रात एक जंगली हाथी के हमले में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। मरने वालों में एक 36 दिन की नवजात बच्ची भी शामिल है। यह दर्दनाक घटना फालाकाटा ब्लॉक के कूंजनगर इलाके में घटी।
स्थानीय लोगों ने शनिवार सुबह वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया। इस कारण फालाकाटा से कूंजनगर होते हुए नौ माइल की ओर जाने वाले मार्ग पर वाहनों की आवाजाही घंटों तक बाधित रही।
जानकारी के अनुसार, घटना के समय पीड़ित परिवार के घर में बिजली नहीं थी। देर रात घर के बाहर किसी जोरदार आवाज के कारण 32 वर्षीय मनोज दास बाहर निकले, तभी हाथी ने उन्हें कुचल दिया। उनका शोर सुनकर उनकी मां माखन रानी दास (65) अपनी नवजात पोती मानसी को गोद में लेकर बाहर आईं, लेकिन घर के आंगन में ही पहले से मौजूद हाथी ने उन्हें भी कुचल डाला। तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। शोर सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। शनिवार सुबह होते ही लोग सड़कों पर उतर आए और वन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस इलाके में लगभग हर रात हाथियों का आतंक बना रहता है, लेकिन वन विभाग की ओर से कोई सुरक्षा उपाय नहीं किए गए हैं।
गौरतलब है कि इसी साल फरवरी में भी अलीपुरद्वार के राजाभातखावा इलाके में एक ग्रामीण की हाथी के हमले में मौत हो गई थी। वह अपने खेत में काम की निगरानी कर रहे थे, तभी अचानक एक जंगली हाथी ने हमला कर दिया था। अस्पताल ले जाने के बाद भी उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
स्थानीय लोगों ने मांग की है कि वन विभाग इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए और प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए।
(Udaipur Kiran) / अनिता राय
