सब डिवीजनल जूनियर मजिस्ट्रेट के चपरासी ने दर्ज कराई रिपाेर्ट
बिजली विभाग ने दी सफाई, कहा- गलती से कट गई थी बिजली
सोनीपत, 23 अगस्त (Udaipur Kiran) । बिजली निगम के कर्मचारियों ने सब डिविजनल जूनियर मजिस्ट्रेट के खरखौदा स्थित घर की बिजली काट दी। मजिस्ट्रेट ने कुछ दिन पहले एक कंपनी के मामले में बिजली निगम के खिलाफ फैसला सुनाया था, जिसके बाद बिजली निगम का दफ्तर सील कर दिया गया था। जज के चपरासी की शिकायत पर पुलिस ने बिजली कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। अब बिजली निगम के अधिकारी सफाई दे रहे हैं कि लाइन चेक करते वक्त मजिस्ट्रेट के घर की बिजली गलती से कट गई थी।
दरअसल, सैदपुर एरिया में स्थित कामदगिरी एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने कोर्ट में केस किया था। उनका कहना था कि कंपनी का बिजली निगम पर 35 लाख 47,499 रुपये बकाया है। बिजली निगम ने यह रकम सरचार्ज जोड़कर अतिरिक्त जमा कराई थी। बाद में पता चला कि बिजली निगम ने यह राशि ज्यादा वसूल की थी। इसके बाद बिजली विभाग कंपनी का बकाया रकम वापस नहीं कर रहे थे। कंपनी इस मामले को लेकर कोर्ट पहुंची थी। कोर्ट में इस मामले की सुनवाई पहले मजिस्ट्रेट डॉ. कविता कंबोज ने की। उन्होंने अपने आदेश में बिजली निगम के दफ्तर पर ताला लगवा दिया। उसके बाद बिजली निगम ने कंपनी को पांच लाख रुपये चुका दिए, लेकिन बाकी पेमेंट नहीं चुकाई। जिसके बाद कंपनी दोबारा कोर्ट पहुंच गई। कंपनी के दोबारा कोर्ट पहुंचने पर इसकी सुनवाई एसडीजेएम विक्रांत ने आदेश जारी किए कि जब तक कंपनी को अतिरिक्त वसूले रुपये नहीं मिलते, तब तक बिजली विभाग के दफ्तर पर ताला लगा दिया जाए और उनकी संपत्ति को अटैच किया जाए। कोर्ट के इस आदेश के बाद बिजली विभाग के कर्मचारियों ने गुरुवार रात 8 बजे सब डिविजनल जूनियर मजिस्ट्रेट के खरखौदा स्थित घर की बिजली काट दी।
इस मामले में मजिस्ट्रेट के चपरासी की तरफ से दी शिकायत में बताया गया कि गुरुवार रात बिजली निगम के दो कर्मचारी गार्ड रूम में आए। उन्होंने कहा कि हमारे पास ऊपर से मजिस्ट्रेट के घर का कनेक्शन काटने का आदेश है। गार्ड रूम में तैनात एसपीओ वीरेंद्र सिंह ने फोन करके चपरासी को इसकी सूचना दी। जिसके बाद चपरासी ने बिजली कर्मचारियों को अंदर नआने देने को कहा। आरोप है कि इसके बाद बिजली कर्मचारियों ने एसपीओ वीरेंद्र सिंह का फोन छीन लिया और चपरासी से कहा कि हमें इस घर की बिजली काटने का आदेश ऊपर से आया है। बिजली निगम के कर्मचारियों ने पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस के पीछे की ओर से आ रही खंभे की बिजली काट दी। चपरासी ने बिजली कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
खरखौदा थाने के एएसआई संजय कुमार ने बताया कि वह गुरुवार रात मोबाइल फोन पर एसडीजेएम विक्रांत के खरखौदा के सरकारी आवास पर उन्हें बुलाया गया। सरकारी आवास पर चपरासी अनिल कुमार ने शिकायत दर्ज कराई। इस पर पुलिस ने बिजली कर्मियों के खिलाफ खरखौदा थाने में केस दर्ज कर लिया।
इस मामले में खरखौदा बिजली निगम के एसडीओ रवि कुमार ने सफाई देते हुए बताया कि बिजली कर्मचारी लाइन चेक कर रहे थे। जज के आवास की लाइन गलती से कट गई थी। जैसे ही इसका पता चला, पांच मिनट में लाइन को दोबारा जोड़कर जज के आवास की बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई। निगम भी मामले की जांच कर रहा है।
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(Udaipur Kiran) परवाना सक्सेना