जम्मू, 29 सितंबर (Udaipur Kiran) । चुनाव प्रचार और संबंधित राजनीतिक गतिविधियों में सरकारी कर्मचारियों की भागीदारी का संज्ञान लेते हुए, जम्मू-कश्मीर चुनाव कार्यालय ने एमसीसी दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के लिए 23 अधिकारियों को निलंबित करने के अलावा छह संविदा/तदर्थ कर्मचारियों को सेवा से हटा दिया है। इसके अलावा, 20 कर्मचारियों को उनके वर्तमान कार्यालयों से अन्य तहसीलों/जिलों के कार्यालयों में स्थानांतरित कर दिया गया है, जिनके खिलाफ पक्षपातपूर्ण तरीके से काम करने की शिकायतें थीं।
चुनाव कार्यालय ने आगे बताया कि 2024 के विधानसभा चुनाव के दौरान अब तक जम्मू-कश्मीर में विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा कुल 130 करोड़ रुपये की जब्ती की गई है। पुलिस विभाग ने सबसे अधिक 107.50 करोड़ रुपये जब्त किए हैं, जिसके बाद सीजीएसटी ने 9.88 करोड़ रुपये, एसजीएसटी/सीटी ने 8.03 करोड़ रुपये, एनसीबी ने 2.06 करोड़ रुपये, आयकर विभाग ने 87 लाख रुपये तथा राज्य आबकारी विभाग ने 50 लाख रुपये जब्त किए हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) पीके पोले ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को रैलियां, जुलूस, पार्टी कार्यालय खोलने, वाहन, बैनर, झंडे, पर्चे, होर्डिंग, नुक्कड़ सभा, घर-घर जाकर प्रचार, हेलीकॉप्टर और हेलीपैड, वीडियो वैन, स्टार प्रचारकों, पार्टी पदाधिकारियों के लिए वाहन अनुमति और एसी के भीतर वाहन अनुमति के संबंध में लगभग 7088 अनुमतियां दी गई हैं। आज तक कुल 1263 एमसीसी उल्लंघनों की रिपोर्ट की गई है, जिनमें से 600 को जांच और उचित कार्रवाई के बाद बंद कर दिया गया है, जबकि 364 की जांच चल रही है, जिनका भी जल्द ही निपटारा कर दिया जाएगा। इसके अलावा 115 उम्मीदवारों/राजनीतिक दलों/मीडिया घरानों और अन्य को एमसीसी उल्लंघन के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। सीईओ ने बताया कि अवैध रूप से ड्रग्स, नकदी और शराब ले जाने पर सख्त कार्रवाई करते हुए संबंधित प्रवर्तन एजेंसियों ने 32 एफआईआर दर्ज की हैं।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा