
जयपुर, 28 मई (Udaipur Kiran) । सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि बुजुर्ग हमारे समाज की नींव हैं, जिनके अनुभवों पर हमारा वर्तमान टिका है और भविष्य बनता है। हमें मिलकर ऐसा समाज बनाना होगा, जहां बुजुर्गों को न केवल सहारा मिले, बल्कि वे खुद को समाज का गौरवशाली हिस्सा महसूस करें।
मंत्री गहलोत मंगलवार को इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान के सभागार में वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण और सशक्तीकरण पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार वृद्धजनों के लिए वृद्ध कल्याण योजना, भक्त श्रवण कुमार सेवा आश्रम, मुख्यमंत्री पुनर्वास गृह, स्वयंसिद्धा आश्रम, अटल वयो अभ्युदय योजना जैसी कई योजनाएं चला रही है, जिनसे हजारों बुजुर्ग लाभान्वित हो रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, देवस्थान, परिवहन, चिकित्सा और स्वास्थ्य जैसे कई विभाग वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग-अलग योजनाएं चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि बुढ़ापा कोई बीमारी नहीं, बल्कि अनुभव और जिजीविषा की शक्ति है।
कार्यशाला में अतिरिक्त मुख्य सचिव कुलदीप रांका ने कहा कि बदलते समाज में बुजुर्गों का अकेलापन बढ़ रहा है, ऐसे में उन्हें आत्मनिर्भर और सक्रिय बनाए रखना ज़रूरी है। उन्होंने बुजुर्गों से स्वास्थ्य और आर्थिक रूप से जागरूक रहने की अपील की।
कार्यशाला में योग, ध्यान, पोषण, साइबर सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं, वित्तीय योजना और डिजिटल साक्षरता जैसे विषयों पर विशेषज्ञों ने जानकारी दी।
कार्यक्रम में नामचीन मनोवैज्ञानिक, योग प्रशिक्षक, पुलिस व प्रशासन के अधिकारी, स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि और सैकड़ों वरिष्ठ नागरिक उपस्थित रहे।
इस अवसर पर संयुक्त शासन सचिव बचनेश अग्रवाल, अतिरिक्त निदेशक केसरलाल मीणा, रीना शर्मा, बीपी चंदेल, आईसीआईसीआई के जोनल हेड विकास माथुर, और यूएनसीपीयू के दिव्यांश गुप्ता सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / रोहित
