Chhattisgarh

तेंदुए से भिड़कर बुजुर्ग ने बचाई अपनी जान

रेस्क्यू करते हुए वन विभाग की टीम।
मासूलखोई में मृत तेंदुआ।
बुजुर्ग रंजीत नेताम।

धमतरी, 13 मई (Udaipur Kiran) ।नगरी ब्लाक के ग्राम मासूलखोई में तेंदुआ से भिड़कर बुजुर्ग ने अपनी जान बचाई। अस्पताल में उपचार के बाद अब स्वस्थ हो गए है। कुछ देर बाद इस तेंदुए ने ही दम तोड़ दिया।

ग्राम मासूलखोई के 65 वर्षीय बुजुर्ग रंजीत नेताम खेत की झोपड़ी में बैठकर व सोकर फसल की रखवाली कर रहे थे। 12 मई की दोपहर लगभग 12 बजे अचानक एक तेंदुए ने आक्रमण कर दिया। रंजीत ने पूरी शक्ति लगाकर तेंदुए का मुकाबला किया और अपने जान बचाने में सफल रहे। रंजीत ने बताया कि तेंदुए आसपास के जंगल से इस ओर पहुंचा था और अचानक हमला किया था। मैंने सोच लिया था कि अब तो जान जाएगी या बचेगी। पूरी शक्ति झोंकी और कुछ देर तक डंडा लेकर उससे भीड़ गया। हालांकि तेंदुए के तेज नाखून व दांत आदि से रंजीत के चेहरे एवं अन्य अंगों में खरोंच व गहरा घाव बन गया है। स्वजन उन्हें लेकर उपचार के लिए अस्पताल पहुंचे। उपचार के बाद उसकी हालत खतरे से बाहर है।

ग्रामीणों ने वन विभाग को तत्काल सूचना दी और रेस्क्यू टीम कुछ देर बाद गांव पहुंचकर पतासाजी करती रही। बाद में तेंदुआ बुजुर्ग के खेत के पास नाली में दुबका हुआ मिला। उसे भी संघर्ष के दौरान चोंट लगी थी। रेस्क्यू टीम ने उसे पिंजरे में कैद किया और ले जा रहे थे। विभाग के अनुसार रास्ते में तेंदुए ने दम तोड़ दिया।

सीतानदी अभ्यारण्य के उपनिदेशक वरूण जैन ने बताया कि रेस्क्यू कर लाते समय तेंदुए ने दम तोड़ दिया। वह चार साल का मादा तेंदुए था। उसे पहले भी कहीं चोट लगी थी और पांच-सात दिन पुराना गंभीर घाव बन गया था। शायद इसी वजह से उसकी मौत हुई होगी। उसका पोस्टमार्टम करके अंतिम संस्कार किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद तेंदुए की मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। तेंदुए के रेस्क्यू में जंगल सफारी के डाक्टर जय किशोर जड़िया, उपनिदेशक वरूण जैन, सहायक संचालक उदंती गोपाल कश्यप, रेंजर रिसगांव शैलेष बघेल, रेंजर दक्षिण उदंती चंद्रबली धु्रव, रेंजर इन्दागांव सुशील सागर, ड्रोन पायलेट सुधांशु वर्मा, राकेश मारकंडे, राजेन्द्र सिन्हा समेत 15 स्टाफ मौजूद थे।

(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा

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