Haryana

हरियाणा में पूर्व मंत्री रणजीत चौटाला समेत आठ बागी नेता भाजपा से निष्कासित

चंडीगढ़, 29 सितंबर (Udaipur Kiran) । कांग्रेस के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ने भी अपने बागियों पर कार्रवाई की है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने रविवार को हाईकमान की सहमति के बाद पूर्व मंत्री रणजीत चौटाला समेत आठ बागियों को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया।

वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में रणजीत सिंह चौटाला ने निर्दलीय चुनाव जीतकर भाजपा सरकार को समर्थन दिया था। इसके बाद मनोहर सरकार में वह कैबिनेट मंत्री रहे। इस वर्ष जून में लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य के मंत्री पद से इस्तीफा देकर रणजीत चौटाल भाजपा में शामिल हो गए थे और पार्टी ने उन्हें हिसार लाेकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बना दिया था, लेकिन वे चुनाव हार गए थे। चुनाव हारने के बाद रणजीत चौटाला विधायक न होते हुए भी नायब सैनी सरकार में मंत्री रहे थे, जिसे लेकर विपक्ष ने खूब मुद्दा बनाया। अब विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने रानिया क्षेत्र से उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया तो वे बगावत कर निर्दलीय मैदान में कूद गए। इस पर रविवार को भाजपा ने रणजीत चौटाला को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया।

भाजपा के निकाले गए अन्य नेताओं की सूची में दूसरा चर्चित नाम असंध से पूर्व विधायक जिले राम शर्मा का है। जिले राम पूर्व हुड्डा सरकार में सीपीएस रहे और एक सरपंच की हत्या के मामले में नाम पर आने से उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। जिले राम को सीबीआई से क्लीन चिट मिलने के बाद वह भाजपा में शामिल हो गए, लेकिन इस चुनाव में भाजपा ने असंध क्षेत्र से उन्हें टिकट नहीं दिया। जिसके चलते वह बागी होकर चुनाव मैदान में कूद गए। भाजपा ने जिले राम काे छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया।

इसके अलावा भाजपा ने मुख्यमंत्री नायब सैनी के विरुद्ध लाडवा क्षेत्र से चुनाव मैदान में कूदे संदीप गर्ग, गन्नौर से युवा उद्योगपति देवेंद्र कादयान, सफीदों से पूर्व विधायक बच्चन सिंह आर्य, महम से राधा अहलावत, गुरुग्राम से नवीन गोयल तथा हथीन से केहर सिंह रावत को पार्टी विरोधी गतिविधियों के तहत निर्दलीय चुनाव लड़ने और आधिकारिक प्रत्याशी का विरोध करने के आरोप में छह साल के निष्कासित कर दिया गया है।

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(Udaipur Kiran) शर्मा

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