पोरबंदर, 16 नवंबर (Udaipur Kiran) । 700 किलो ड्रग्स के साथ पकड़े गए आठ ईरानी नागरिकों को शनिवार को सुरक्षा एजेंसियों ने पोरबंदर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने सभी 08 आरोपितों को चीर दिन के रिमांड पर भेज दिया है। आरोपितों के पास से ड्रग्स समेत सेटेलाइट फोन और कई आधुनिक तकनीक के सामान जब्त किए गए थे।
जानकारी के अनुसार, पोरबंदर के समंदर में भारतीय नौसेना ने गुजरात एटीएस और एनसीबी के साथ मिलकर ड्रग्स के खिलाफ बड़े ऑपरेशन को अंजाम देते हुए ईरानी बोट से लाई जा रही 700 किलोग्राम ड्रग्स जब्त की थी। अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के रडार के जरिये जानकारी मिलने के बाद नौसेना ने गुरुवार रात को ही गुजरात एटीएस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के साथ ऑपरेशन को अंजाम दिया था। इस अभियान के दौरान 08 विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है, जो ईरानी होने का दावा करते हैं।
नौसेना के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) के रडार से गुरुवार देर शाम ड्रग तस्करों की एक कॉल ट्रेस हुई, जिसके जरिए ड्रग्स की खेप आने के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद नौसेना ने रात को ही गुजरात एटीएस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के साथ समन्वय करके ऑपरेशन शुरू कर दिया। भारतीय नौसेना ने एनसीबी और गुजरात पुलिस के साथ मिलकर एक संदिग्ध नाव को रोका, जिससे लगभग 700 किलोग्राम ड्रग जब्त की गई। यह ड्रग्स ईरानी बोट से लाई जा रही थी। इस समन्वित ऑपरेशन के दौरान आठ ईरानी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया।
इससे पहले, मार्च में गुजरात एटीएस की टीम ने पोरबंदर के पास एक ऑपरेशन में 6 पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार कर उनके पास से करीब 450 करोड़ से ज्यादा की ड्रग्स और नशीली दवाएं बरामद की थीं। नौसेना का यह इस साल समुद्र में किया गया दूसरा बड़ा सफल समन्वित एंटी नारकोटिक्स ऑपरेशन रहा।
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(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय