Madhya Pradesh

ठोस अपशिष्ट कचरा प्रबंधन के लिये हो प्रभावी कार्रवाईः संभाग आयुक्त खत्री

कचरा प्रबंधन के संबंध में आयोजित बैठक

– गीला एवं सूखा कचरा पृथक-पृथक निकले, इसके लिये चलाया जाए जन जागरूकता अभियानः संभागीय आयुक्त

ग्वालियर, 06 मार्च (Udaipur Kiran) । संभागीय आयुक्त मनोज खत्री ने कहा कि शहर में ठोस अपशिष्ट कचरा प्रबंधन के कार्य को प्राथमिकता से किया जाए। घर-घर से सूखा एवं गीला कचरा पृथक-पृथक एकत्रित हो, इसके लिये भी सभी प्रबंधन किए जाएं। ठोस अपशिष्ट कचरा प्रबंधन के लिये जन जागरूकता के लिये विशेष प्रयास किए जाएं। संभागीय आयुक्त खत्री ने यह निर्देश गुरुवार को उच्च न्यायालय के दिशा-निर्देश पर कचरा प्रबंधन के संबंध में आयोजित बैठक में दिए।

संभागीय आयुक्त कार्यालय के सभाकक्ष में ठोस अपशिष्ट कचरा प्रबंधन के लिये आयोजित बैठक में कलेक्टर रुचिका चौहान, नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के संभागीय अधिकारी सेंगर, डीआरडीए के अधिकारी डॉ. मुकेश कुमार सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में वरिष्ठ एडवोकेट दीपक खोद, विवेक खेड़कर, केएल गुप्ता भी ऑनलाइन शामिल हुए।

संभागीय आयुक्त खत्री ने कहा कि शहर में ठोस अपशिष्ट कचरा प्रबंधन के लिये संचालित प्लांट पूरी क्षमता के साथ कार्य करे। इसके साथ ही कचरा ट्रांसफर स्टेशन के माध्यम से भी गीला एवं सूखा कचरा पृथक-पृथक किया जाए। शहर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन गाड़ियों के माध्यम से भी सूखा एवं गीला कचरा पृथक-पृथक एकत्र हो, यह सुनिश्चित किया जाए। आम नागरिकों को सूखा एवं गीला कचरा घर से ही पृथक-पृथक देने के लिये जागरूकता अभियान भी व्यापक स्तर पर चलाया जाए। जागरूकता अभियान में जनप्रतिनिधियों से भी सहयोग लिया जाए। क्षेत्रीय पार्षद के नेतृत्व में प्रत्येक वार्ड में जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।

उन्होंने कहा कि शहर की विभिन्न संस्थाओं के साथ-साथ बैठकें आयोजित कर गीला एवं सूखा कचरा अलग-अलग घरों से निकले, इसके लिये संवाद किया जाए। इसके साथ ही स्कूल, मैरिज गार्डन, हॉस्पिटल, बड़े व्यवसाय केन्द्र, होटल एवं अन्य संस्थाओं को भी जन जागरूकता में भागीदार बनाया जाए। संभागीय आयुक्त खत्री ने पॉलीथिन के उपयोग को प्रतिबंधित करने के लिये भी विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित पॉलीथिन का उपयोग न हो इसके लिये जन जागरूकता के साथ-साथ दण्डात्मक कार्रवाई भी की जाए। थोक पॉलीथिन विक्रेताओं के विरूद्ध भी अभियान चलाकर कार्रवाई की जाए।

कलेक्टर रुचिका चौहान ने कहा कि नगर निगम के साथ-साथ शहर की सामाजिक संस्थाओं, धार्मिक संस्थाओं एवं अन्य गणमान्य नागरिकों के माध्यम से भी ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिये कार्य करने की आवश्यकता है। समाज के सभी वर्गों को जोड़कर शहर में जागरूकता का व्यापक अभियान चलाया जाए। बल्क वेस्ट जनरेटरों की भी बैठकें आयोजित कर उन्हें गीला एवं सूखा कचरा पृथक-पृथक करने के दिशा-निर्देश दिए जाएं।

नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय ने ठोस अपशिष्ट कचरा प्रबंधन के लिये नगर निगम द्वारा किए जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा प्रतिदिन प्लांट के माध्यम से कचरे का निष्पादन करने के साथ-साथ ही घर-घर जाकर गीला एवं सूखा कचरा अलग-अलग देने के लिये जन जागरूकता का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। विभिन्न आयोजनों के माध्यम से भी समाज के सभी वर्गों को जोड़कर कचरा प्रबंधन की दिशा में सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। बैठक में वरिष्ठ एडवोकेटों ने भी अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। सुझावों के आधार पर आगामी कार्ययोजना में कार्य करने का आश्वासन भी दिया गया।

(Udaipur Kiran) तोमर

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