
– 6 से 14 वर्ष के बच्चों की स्कूल नामांकन दर 97% तक बढ़ी
भोपाल, 30 जनवरी (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश में 6 से 14 वर्ष के आयु वर्ग में स्कूल नामांकन दर 97% तक पहुँच चुकी है। वहीं 15-16 वर्ष के आयु वर्ग में स्कूल छोड़ने वाले बच्चों की संख्या में कमी आई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश को स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में देश का हब बनाने की रणनीतियों पर तेजी से अमल किया जा रहा। एनुअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट (एएसईआर) 2024 के ताजा आंकड़ों के अनुसार, मध्य प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय सुधार हुए हैं।
जनसंपर्क अधिकारी एएस ने गुरुवार को बताया कि रिपोर्ट के अनुसार राज्य में बच्चों के नामांकन, शैक्षणिक स्तर, डिजिटल साक्षरता और विद्यालयीन सुविधाओं में लगातार उन्नति हो रही है। राज्य सरकार और समाज के संयुक्त प्रयासों से शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करने की ओर बढ़ रहा है ।
प्री-स्कूल नामांकन में बढ़ोतरी
रिपोर्ट बताती है कि प्री-स्कूल (3-5 वर्ष आयु वर्ग) में बच्चों का नामांकन तेजी से बढ़ रहा है। तीन वर्ष की आयु के 84% बच्चे प्री-स्कूल में दाखिल हो चुके हैं। चार वर्ष की आयु के 68.1% बच्चे आंगनवाड़ी केंद्रों में नामांकित हैं। निरंतर प्रयासों से छोटे बच्चों की शिक्षा तक पहुँच बढ़ी है।
विद्यालयी शिक्षा में प्रगति
वर्ष 2016 में, 21.2% लड़के और 29.8% लड़कियाँ स्कूल से बाहर थीं। वर्ष 2024 में यह अनुपात घटकर 12.1% (बालक) और 16.1% (बालिकाएं) रह गया है।
– लैंगिक असमानता में कमी आने के रुझान मिले हैं।
– रिपोर्ट के अनुसार, पढ़ने और गणितीय दक्षता में सुधार हुआ है:
– कक्षा 3 : 18.8% बच्चे कक्षा 2 स्तर का पाठ पढ़ सकते हैं (वर्ष 2022 में यह आंकड़ा 12.1% था)।
– गणित कौशल: घटाव के सवाल हल करने वाले बच्चों का प्रतिशत 15.1% (वर्ष 2022) से बढ़कर 17.5% (वर्ष 2024) हुआ।
– कक्षा 5 : पढ़ने में सक्षम बच्चों का प्रतिशत 35.6% (वर्ष 2022) से बढ़कर 43.7% (वर्ष 2024) हो गया।
– कक्षा 8 : पढ़ने में सक्षम बच्चों का प्रतिशत 64.4% से बढ़कर 67% हुआ।
– भाग के सवाल हल करने वाले छात्रों का प्रतिशत 19.1% से बढ़कर 21.8% हुआ। गणित में अभी और प्रगति हासिल करना है।
डिजिटल साक्षरता और आधारभूत सुविधाओं में सुधार
राज्य में डिजिटल शिक्षा को लेकर भी सकारात्मक रुझान मिले हैं। वर्ष 14-16 आयु वर्ग के 87% बालकों के घरों में स्मार्टफोन हैं और 80% बच्चों को स्मार्टफोन के उपयोग का ज्ञान है। साथ ही, वर्ष 2022 से वर्ष 2024 के बीच विद्यालयों में मध्याह्न भोजन, स्वच्छ पेयजल और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं में भी महत्वपूर्ण सुधार हुआ है।
(Udaipur Kiran) / उम्मेद सिंह रावत
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