हमीरपुर, 02 मई (Udaipur Kiran) । हर शिक्षण संस्थान को प्रशिक्षण और प्लेसमेंट सेल के लिए एक तय बजट का प्रतिवर्ष प्रावधान करना चाहिए, जिससे शिक्षण संस्थान में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को प्रशिक्षण व प्लेसमेंट की बेहतर व्यवस्था हो सकें। यह बात तकनीकी विवि के कुलपति प्रो शशि कुमार धीमान ने कार्यशाला में कही। हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर में शुक्रवार को कार्यशाला का आयोजित की गई। कार्यशाला की अध्यक्षता तकनीकी विवि के कुलपति प्रो शशि कुमार धीमान ने की, जबकि मुख्यातिथि सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी के कुलपति प्रो ललित अवस्थी रहे।
प्रो धीमान ने कहा कि सभी प्राध्यापकों को छात्रों के भविष्य के बारे में गंभीरता के साथ प्रशिक्षण और प्लेसमेंट पर काम करना होगा। कार्यशाला में एनआईटी हमीरपुर के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट अधिकारी डॉ सोमेश शर्मा ने ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी रखी। वहीं, आलमा वे नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के विशाल सूद ने ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट के संबंधित सॉफ्टवेयर के बारे में बताया।
इस मौके पर तकनीकी विवि के अधिष्ठाता शैक्षणिक प्रो जयदेव सहित संबद्ध शिक्षण संस्थानों के निदेशक कम प्राचार्य और ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के नोडल अधिकारियों व तकनीकी विवि के प्राध्यापक उपस्थित रहे। कार्यशाला के दूसरे सत्र में सॉफ्टवेयर की मदद से विद्यार्थियों को केवल रोजगार के अवसर ही नहीं, बल्कि इंटरव्यू की तैयारी में भी मदद मिलेगी, इसके बारे में बताया गया।
बता दें कि विद्यार्थियों के लिए तकनीकी विवि ने यह सुविधा प्रदान करने के लिए आलमा वे नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से समझौता किया है। इस समझौते के तहत विश्वविद्यालय ने लगभग छह लाख रुपये की लागत से एक विशेष प्लेसमेंट एंड एलुमनाई डेटाबेस सॉफ्टवेयर खरीदा है। सॉफ्टवेयर के माध्यम से एचपीटीयू से संबद्ध कॉलेजों के विद्यार्थी अपने क्षेत्र के अनुसार विभिन्न कंपनियों में ऑनलाइन या ऑफलाइन इंटरव्यू में भाग ले सकेंगे। यह सुविधा उन कॉलेजों के विद्यार्थियों को मिलेगी, जो लाइसेंस लेकर इस सॉफ्टवेयर का उपयोग करेंगे।
विद्यार्थी के समग्र विकास के लिए अच्छी पहलः प्रो अवस्थी
कार्यशाला के मुख्यातिथि एवं सरदार पटेल विवि मंडी के कुलपति प्रो ललित अवस्थी ने कहा कि विद्यार्थी के समग्र विकास के लिए शिक्षण संस्थानों में ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल को सुदृढ़ करना अच्छी पहल है। सॉफ्टवेयर की मदद से विद्यार्थियों को केवल रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाना ही नहीं, बल्कि विद्यार्थी के समग्र विकास में भी यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला
