
जयपुर, 5 मई (Udaipur Kiran) । भारतीय नव वर्ष और राजस्थान स्थापना दिवस के अवसर पर शिक्षा संकुल परिसर स्थित राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल भवन को पारंपरिक और सांस्कृतिक प्रतीकों से सजाया गया था। इस सजावट में भगवान श्रीराम, प्रणव चिन्ह, ‘ॐ’, वरुण अवतार और संत झूलेलाल जैसे आराध्य प्रतीकों के साथ-साथ झाड़ियां, स्टिकर और पोस्टर भी लगाए गए थे। यह साज-सज्जा शिक्षा संकुल में कार्यरत समस्त कार्मिकों ने एकता, सांस्कृतिक गौरव और राष्ट्रप्रेम की भावना से प्रेरित होकर की थी।
हालांकि, हाल ही में संज्ञान में आया है कि कुछ व्यक्तियों द्वारा इन धार्मिक और सांस्कृतिक प्रतीकों को भवन से हटाकर कूड़ेदान में फेंक दिया गया। हटाने की इस प्रक्रिया में प्रतीकों को खुरचकर नष्ट कर दिया गया, जिससे ना केवल कर्मचारियों की भावनाएं आहत हुईं, बल्कि यह भारतीय और राजस्थानी सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति अपमानजनक कृत्य के रूप में देखा जा रहा है।
इस घटना के खिलाफ शिक्षा संकुल में कार्यरत कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से विरोध जताया और प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर कड़ी आपत्ति प्रकट की। उनका कहना है कि यह केवल धार्मिक भावनाओं का अपमान नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक चेतना को ठेस पहुंचाने वाला कार्य है।
मामले की जानकारी शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर को दे दी गई है। फिलहाल मंत्री मुख्यमंत्री के साथ राज्य से बाहर हैं, लेकिन उनके जयपुर लौटते ही पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / राजीव
