– शिक्षा विभाग के फीस लौटाने के आदेश के विरोध में 15 जुलाई से सभी स्कूल बंद करने का फैसला
भोपाल/नर्मदापुरम, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । मध्यप्रदेश में प्राइवेट स्कूलों पर बच्चों से वसूली गई अतिरिक्त फीस लौटाने पर जबर्दस्त सख्ती की जा रही है। फीस में अनुचित वृद्धि कर अभिवावकों पर बोझ डाल रहे प्राइवेट स्कूलों पर प्रशासन ने नकेल कसना शुरू कर दिया है। जबलपुर के बाद अब नर्मदापुरम प्रशासन ने प्राइवेट स्कूलों पर सख्त कदम उठाए हैं। वहीं, अब प्रशासन के आदेश के विरोध में नर्मदापुरम में प्राइवेट स्कूल संचालकों ने 15 जुलाई से सभी स्कूल बंद करने का फैसला किया है।
दरअसल, शिक्षा विभाग ने फीस बढ़ाने पर नर्मदापुरम के 79 स्कूलों की सूची बनाई है। इन स्कूलों ने 10% से 200% तक फीस बढ़ाई है। स्कूल के मैनेजमेंट को 15, 16 और 18 जुलाई को कार्यालय बुलाया गया है। सेशन 2020-21 से 2023-24 तक बढ़ाई गई फीस की जानकारी मांगी गई है। जिला शिक्षा अधिकारी एसबीएस बिसेन के मुताबिक 79 स्कूल में से 23 स्कूलों को पहले नोटिस जारी किए गए। 14 स्कूल बढ़ी हुई फीस पेरेंट्स को लौटाने को तैयार हैं। बाकी 56 स्कूलों को पक्ष रखने का मौका दिया है। इन्हें भी जिला शिक्षा समिति नोटिस जारी करेगी। जवाब नहीं मिलने पर इन स्कूलों पर 2-2 लाख रुपए का जुर्माना समेत संचालक को सजा हो सकती है। उधर, शिक्षा विभाग के इस एक्शन पर जिले भर के सभी स्कूलों ने 15 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की घोषणा कर दी है। कल से सभी प्राइवेट स्कूल बंद रहेंगे।
स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने प्राइवेट स्कूलों को सख्त हिदायत देते हुए कहा है कि अगर स्कूल बंद किए तो कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा, ‘बच्चे देश का भविष्य हैं। इनके साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। निजी स्कूल संचालकों को कोई दिक्कत है, तो वे आकर मिलें। उनकी समस्या का समाधान हम करेंगे। स्कूल बंद रखना गलत है।
वहीं, प्राइवेट स्कूल संचालकों के संगठन सोसाइटी फॉर प्राइवेट स्कूल डायरेक्टर्स (सोपास) के जिला अध्यक्ष आलोक राजपूत का कहना है कि शिक्षा विभाग के पोर्टल में खामियां हैं। इस वजह से स्कूल संचालकों को जानकारी अपलोड करने में दिक्कत आ रही है। हम अपनी बात शिक्षा मंत्री तक रखेंगे। हल नहीं निकला तो प्रदेश स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / उम्मेद सिंह रावत / नेहा पांडे