जम्मू, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जम्मू-कश्मीर ग्रामीण बैंक के पूर्व शाखा प्रबंधक और कई अन्य लोगों से जुड़े कथित बैंक धोखाधड़ी मामले में जम्मू-कश्मीर में छापेमारी की है। सोमवार को की गई छापेमारी में पूर्व शाखा प्रबंधक इश्तियाक अहमद पार्रे और कई सहयोगियों को निशाना बनाया गया। श्रीनगर और पट्टन में पांच परिसरों की तलाशी ली गई जिसके परिणामस्वरूप दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए हैं।
जानकारी के अनुसार यह मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दायर आरोपपत्रों से उपजा है जिसमें पार्रे पर बैंक कॉरेस्पोंडेंट मोहम्मद मकबूल गनी, मंज़ूर अहमद डार, मुश्ताक हुसैन वानी, शब्बीर अहमद डार, शब्बीर अहमद भट, निसार अहमद डार और अन्य निजी व्यक्तियों के साथ मिलीभगत करके फर्जी या अस्तित्वहीन ग्राहकों को विभिन्न प्रकार के किसान कैश क्रेडिट लोन (केसीसी), कार ऋण, संयुक्त देयता समूह (जेएलजी) और नकद ऋण सीमा (सीसी)-को धोखाधड़ी से स्वीकृत करने का आरोप लगाया गया है।
ईडी के अनुसार कुल 250 फर्जी ऋण खाते, जो बाद में गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) में बदल गए, के कारण 8.36 करोड़ रुपये का गबन हुआ। 2014 और 2018 के बीच स्वीकृत किए गए धोखाधड़ी वाले ऋण, ज्यादातर जाली दस्तावेजों के आधार पर और गैर-मौजूद व्यक्तियों को वितरित किए गए थे। इन ऋणों से प्राप्त धनराशि कथित तौर पर अभियुक्तों या उनके रिश्तेदारों को हस्तांतरित की गई थी जिसमें से मुख्य रूप से नकद में राशि निकाली गई थी। ईडी की तलाशी में खाता बही और डिजिटल उपकरणों सहित आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं जो ऋण मानदंडों और प्रक्रियाओं के उल्लंघन का संकेत देते हैं।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा / बलवान सिंह