रायपुर, 16 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ डीएमएफ घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार काे माया वारियर को गिरफ्तार कर विशेष अदालत में पेश किया। कोरबा में माया आदिवासी विकास विभाग में असिस्टेंट कमिश्नर पद पर रह चुकी हैं। ईडी ने उन्हें रायपुर के विशेष न्यायालय में पेश किया और सात दिन यानि 23 अक्टूबर तक रिमांड पर लिया है।
डीएमएफ घोटाले में यह पहली गिरफ्तारी है, मगर कोरबा में अपने कार्यकाल के दौरान आईएएस रानू साहू के ऊपर भी डीएमएफ में गड़बड़ी का आरोप है और वे पहले से ही जेल में हैं। ईडी ने मंगलवार को माया वारियर को पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। माया वारियर पर रानू साहू के कार्यकाल में डीएमएफ के फंड के अनाप-शनाप खर्च के आरोप लगते रहे हैं। इसकाे लेकर माया वारियर के निजी आवास में ईडी ने छापा मारा था और अब उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने 23 अक्टूबर तक माया को ईडी की रिमांड पर सौंपा है। इस दौरान पूछताछ में कई खुलासे हो सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि साल 2022 में ईडी ने डीएमएफ घोटाले को लेकर भिलाई स्थित जुनवानी के चौहान टाउन में दबिश दी थी। माया वारियार के घर पर टीम ने जांच की थी। इस समय माया वारियर कोरबा जिले में परियोजना प्रशासक, एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना एवं प्रभारी सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास के पद पर पदस्थ थी। वे पहले दुर्ग में आदिम जाति कल्याण विभाग में सहायक संचालक थीं। बताया जाता है कि कोरबा में कलेक्टर रानू साहू की पदस्थापना के दौरान माया वारियर का तबादला वहां हुआ और तब से वे इसी जिले में पदस्थ थीं।
ईडी के वकील सौरभ कुमार पांडे ने बताया कि ईडी डीएमएफ फंड की जांच कर रही है। इस फंड में पैसों की गड़बड़ी की जांच की जा रही है। इस दौरान तत्कालीन कलेक्टर रानू साहू कोरबा और रायगढ़ की कलेक्टर थी। हमारे अनुसंधान में पाया गया है कि उन्होंने डीएमएफ फंड को कमीशन के रूप में लिया है। रानू साहू वर्तमान में एसीबी के न्यायिक रिमांड पर हैं, इसीलिए हमने प्रोडक्शन वारंट के लिए कोर्ट में आवेदन लगाया था, ताकि हम पूरे मामले की जांच कर सके, लेकिन आज जेल से जानकारी मिली कि रानू साहू हायपर टेंशन की वजह से जेल से कोर्ट आने में असमर्थ हैं इसीलिए हमारे आवेदन की सुनवाई गुरुवार काे की जाएगी।
वकील सौरभ ने बताया कि न्यायालय में सभी पक्षों को सुनते हुए माया वारियर को 23 अक्टूबर तक कस्टोडियल रिमांड पर सौंपा गया है। इसके बाद आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / चन्द्र नारायण शुक्ल