जम्मू, 10 सितंबर (Udaipur Kiran) । मतदाताओं की जागरूकता के लिए आयोजित व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी गतिविधियों की समीक्षा करने के लिए और बहुप्रतीक्षित जम्मू-कश्मीर चुनाव से पहले मतदाताओं को सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। विधानसभा चुनाव 2024, भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने मंगलवार को पूरे केंद्र शासित प्रदेश में जिला स्तर पर जिला नोडल अधिकारियों का एक आभासी सम्मेलन आयोजित किया।
बैठक की अध्यक्षता सचिव स्वीप संतोष कुमार ने की जिसमें अतिरक्त सचिव स्वीप लव कुश यादव और वरिष्ठ सलाहकार स्वीप आर.के. सिंह तथा आराधना की उपस्थिति में हुई। सम्मेलन मुख्य रूप से सुचारू, कुशल और मतदाता अनुकूल सेवाओं, मतदाता जागरूकता के लिए आईटी अनुप्रयोगों के एकीकरण, व्यापक मतदाता आउटरीच कार्यक्रम, मीडिया और संचार रणनीति, ईवीएम और वीवीपीएटी भंडारण संबंधी बुनियादी ढांचे, प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण जैसे प्रमुख विषयगत मुद्दों पर केंद्रित था।
सम्मेलन में मुख्य निर्वाचन अधिकारी पांडुरंग के. पोल, स्वीप जम्मू-कश्मीर के नोडल अधिकारी अख्तर हुसैन काज़ी, सपना कोतवाल, मीडिया जम्मू-कश्मीर के लिए नोडल अधिकारी, नमिशा अबरोल, आईटी विशेषज्ञ और अन्य ने भाग लिया। इस बीच स्वीप के लिए संबंधित नामित जिला नोडल अधिकारी भी अपने-अपने जिला मुख्यालयों पर वर्चुअल मोड के माध्यम से सम्मेलन में शामिल हुए।
आगामी विधानसभा चुनावों में मतदाताओं की जागरूकता और भागीदारी के लिए स्वीप के तहत शुरू की गई गतिविधियों का जायजा लेते हुए ईसीआई अधिकारियों ने नोडल अधिकारियों को आगामी विधानसभा चुनावों में मतदाता मतदान बढ़ाने के लिए लक्षित हस्तक्षेप के लिए प्रौद्योगिकी संचालित जागरूकता पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया। ईसीआई अधिकारियों ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सीविजिल, नो योर कैंडिडेट, सुविधा, वोटर हेल्पलाइन ऐप सहित मोबाइल मतदाता अनुकूल एप्लिकेशन के उपयोग के बारे में जागरूकता प्रदान करें ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पूरे जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में मतदाताओं के लिए मतदान का अनुभव आसान और सुचारू हो।
सम्मेलन के दौरान युवाओं और पहली बार मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए मॉडल मतदान केंद्रों के अलावा ’थीम आधारित मतदान केंद्र’ स्थापित करने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया। ईसीआई अधिकारियों ने श्रीनगर जिले के अधिकारियों को प्रसिद्ध लाल चौक पर चुनाव आधारित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित करने का भी सुझाव दिया जो युवाओं का ध्यान चुनावी प्रक्रिया की ओर आकर्षित करेगा। इसके अलावा समान गतिविधियों को वीडियो प्रारूप में दस्तावेजित करने के भी निर्देश दिए गए जिन्हें मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए सोशल मीडिया और वेब सहित विभिन्न प्लेटफार्मों पर प्रदर्शित किया जा सकता है।
चुनावी प्रक्रिया में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए ईसीआई अधिकारियों ने नोडल अधिकारियों को इस संबंध में पर्याप्त कदम उठाने और मतदान प्रतिशत में वृद्धि सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। ईसीआई अधिकारियों ने मतदान के लिए कश्मीरी प्रवासियों को आकर्षित करने के लिए स्वीप गतिविधियों को बढ़ाने के निर्देश भी दिए और जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में संबंधित निर्दिष्ट मतदान केंद्रों पर उनके लिए परेशानी मुक्त व्यवस्था करने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
इससे पहले सभी जिला नोडल अधिकारियों ने सम्मेलन के दौरान पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से अपने द्वारा की गई गतिविधियों का प्रदर्शन किया। ईसीआई अधिकारियों द्वारा उन्हें स्वीप गतिविधियों को बढ़ाने और मतदाताओं को उनके सुचारू मतदान अनुभव के लिए मतदान केंद्रों पर प्रदान किए जा रहे 09 एएमएफ के बारे में जागरूक करने के निर्देश दिए गए। नोडल अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि स्वीप गतिविधियों को अधिकतम स्तर पर तेज किया जाएगा और मतदाताओं को जागरूकता प्रदान करने के प्रयास किए जाएंगे ताकि आगामी विधानसभा चुनाव 2024 में मतदाता मतदान हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव 2024 के रिकॉर्ड मतदान प्रतिशत को पार कर जाए।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा