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कोलकाता, 15 जनवरी (Udaipur Kiran) । भारतीय सेना के पूर्वी कमान ने 15 जनवरी को विजय दुर्ग, कोलकाता में 77वें सेना दिवस को देशभक्ति और गर्व के साथ मनाया। यह आयोजन उन जांबाज सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए किया गया, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया।
हर वर्ष 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाता है, जो उस ऐतिहासिक दिन की याद दिलाता है जब 1949 में जनरल (बाद में फील्ड मार्शल) के.एम. करियप्पा भारतीय सेना के पहले भारतीय कमांडर-इन-चीफ बने थे। इस विशेष अवसर पर पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल रामचंद्र तिवारी (यूवाईएसएम, एवीएसएम, एसएम) ने विजय स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर वीर शहीदों को नमन किया।
समारोह के दौरान पूर्वी कमान की 16 यूनिट्स को ‘चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ यूनिट सिटेशन’ और 45 यूनिट्स को ‘जीओसी-इन-सी, पूर्वी कमान यूनिट सिटेशन’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उनकी अनुकरणीय सेवा और समर्पण को दर्शाता है।
भारतीय सेना दुनिया की सबसे अनुशासित और पेशेवर सेनाओं में से एक मानी जाती है, जो न केवल सीमाओं की रक्षा करती है, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत और बचाव कार्यों में भी अग्रणी भूमिका निभाती है। इस गौरवशाली दिन पर सेना ने राष्ट्र की सुरक्षा और नागरिकों की रक्षा के अपने संकल्प को एक बार फिर दोहराया।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
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