कोकराझार, 22 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । लोगों के जीवन के उत्थान के लिए एकीकृत प्रबंधन के साथ विविधीकरण (डीडब्ल्यूआईएमयू) का उद्देश्य बेहतर शासन, टिकाऊ कृषि-आधारित आजीविका और सामुदायिक संस्थानों और जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं की क्षमता निर्माण को बढ़ावा देकर बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन (बीटीआर) समुदाय की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों को बदलना है। ज्ञात हो कि बीटीआर के प्रधान सचिव आकाश दीप ने डीडब्ल्यूआईएमयू परियोजना की घरेलू भागीदारी योजना प्रक्रिया में अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के लिए बीते सोमवार को एक फील्ड विजिट किया था।
बीटीआर प्रशासन ने आज बताया है कि अपने फील्ड विजिट के दौरान आकाश दीप ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए परियोजना के क्रियान्वयन में तेजी लाने और इसके कवरेज को बढ़ाने का आग्रह किया। डीडब्ल्यूआईएमयू परियोजना 2024-25 के लिए वाइब्रेंट बीटीआर बजट में उल्लेखित “100 दिन की कार्य योजना” का एक प्रमुख घटक है, जो क्षेत्र के विकास के लिए इसकी प्राथमिकता की स्थिति पर जोर देता है।
अपने संबोधन में आकाश दीप ने कहा, यह पहल बीटीआर में लोगों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो यह सुनिश्चित करता है कि टिकाऊ प्रथाएं और प्रभावी शासन सामुदायिक विकास में सबसे आगे हों।
(Udaipur Kiran) / किशोर मिश्रा