जयपुर, 3 अगस्त (Udaipur Kiran) । द्रव्यवती निर्माण के दौरान टाटा कम्पनी ने किशनबाग के पास एक अवरोधक बनाया था ताकि आस-पास का पानी द्रव्यवती नदी में ना जा पाए, लेकिन द्रव्यवती नदी के काम को पूरा हुए लम्बा समय गुजर जाने के बाद इस अवरोधक को नहीं हटाया गया। तेज बारिश के बाद किशनबाग के मुख्य द्वार के पास पानी भर गया। इससे यहां पर आने वाले पर्यटकों और आस-पास रहने वाले लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पार्क के सामने तीन से चार फीट तक पानी भरा गया है। इससे पर्यटक किशनबाग में नहीं आ-जा पा रहे है।
जयपुर विकास प्राधिकरण ने कई साल पहले विद्याधरनगर में पहला डेजर्स पार्क तैयार किया था जो कि अब जेडीए के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही का शिकार बना गया है। करोड़ों की लागत से बना राज्य का पहला डेजर्ट सफारी पार्क का मुख्य द्वार और उसके आस-पास का हिस्सा जलमग्न हो गया है। पार्क व आम रास्ते में पिछले 3 दिनों से पानी भरा हुआ है। इससे जेडीए अधिकारी पूरी तरह से बेखबर बने हुए है। आस पास की कॉलोनियों के वाशिंदों को विद्याधर नगर जाने के लिए 4 से 5 किलोमीटर के चक्कर काटना पड़ रहा है। द्रव्यवती नदी के निर्माण के वक्त द्रव्यवती नदी के उद्गम स्थल हथनी कुंड, किशनबाग व जैसल्या की ओर से आने वाले द्रव्यवती नदी के पानी को रोकने के लिए अमानीशाह पुलिया के नीचे अवरोधक बनाया गया था ताकि सुंदर नगर की तरफ बारिश के पानी की वजह से द्रव्यवती नदी के निर्माण कार्य में कोई व्यवधान उत्पन्न ना हो। नदी का निर्माण कार्य करीब पांच साल पहले पूरा हो गया था, लेकिन अमानीशाह पुलिया के नीचे से नदी के जल प्रवाह के अवरोधक को आज तक नहीं हटाया गया।
(Udaipur Kiran) / राजेश / संदीप